हिमाचल : बरसात में अब तक 361 लोगों की गई जान, 342 घायल-40 लोग लापता
ewn24news choice of himachal 24 Aug,2023 3:21 pm
तीन नेशनल हाइवे समेत कई सड़कें बंद
शिमला।हिमाचल प्रदेश में तीसरी बार फिर मॉनसून का रौद्र रूप देखने को मिला है। कुल्लू के आनी में 8 मकान गिर गए, जबकि 2 मकानों को अभी भी खतरा बना हुआ है। राज्य के अलग-अलग हिस्सों में पिछले दो दिन भारी बारिश होने से प्रदेश को भारी क्षति हुई है। मानसून में अब तक 361 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 40 लोग अभी भी लापता है। प्रदेश को अब तक 8300 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हो चुका है, जबकि यह आंकड़ा आने वाले दिनों में और भी अधिक बढ़ेगा।
राज्य आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव ओंकार शर्मा ने बताया कि कुल्लू के आनी में आज सुबह 8 मकान गिर गए। हादसे से पहले ही मकानों को खाली करवा लिया गया था। हिमाचल में 24 जून से अब तक 361 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 342 घायल हैं, 40 अभी लापता हैं। 2237 घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं, जबकि 9924 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। 300 दुकानें बह गईं, जबकि 4783 गौशालाएं तबाह हो गई हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक भूस्खलन से तीन नेशनल हाइवे समेत कई सड़कें बंद हैं। 2897 ट्रांसफार्मरों खराब होने से बिजली गुल है। पीडब्ल्यूडी के शिमला ज़ोन में सबसे ज्यादा 220 सड़कें बंद हैं। इसी तरह मंडी जोन में 213, हमीरपुर जोन में 180, कांगड़ा जोन में 93 सड़कों पर आवागमन ठप है। इसके अलावा बड़ी संख्या में ट्रांसफार्मर भी खराब पड़े हैं। अकेले मंडी जिला में 1142 ट्रांसफार्मरों के ठप पड़ने से कई गांवों और शहरों में बिजली गुल है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बुधवार को हिमाचल बिलासपुर के काहू और मंडी के कोटला में सबसे ज्यादा 210-210 मिलीमीटर वर्षा हुई है। इसके अलावा बिलासपुर सदर, बरठी व पंडोह में 180-180 मिमी, कंडाघाट में 160, बंगाणा व कसौली में 150-150, बलद्वारा में 140, शिमला व नैना देवी में 130-130 मिमी वर्षा रिकॉर्ड हुई है। मौसम विभाग ने 25 अगस्त तक भारी बारिश की आशंका जताई है।