राजगढ़। हिमाचल के सिरमौर जिला के पझौता उप तहसील के तहत 'चंणे के नाल' के पास बरसात में क्षतिग्रस्त छोटे पुल को पांच माह बाद भी दुरुस्त नहीं किया जा सका है।
इससे लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। बड़े वाहन न गुज़र पाने के चलते कई बार तो लोगों को पैदल गंतव्य तक पहुंचना पड़ रहा है। ऐसा लग रहा है कि विभाग छोटे पुल को दुरुस्त करना भूल गया है।
नेहरटी भगोट पंचायत निवासी निकेश भगनाल ने बताया कि चंदोल से स्ठार गांव के मध्य 'चंणे के नाल' के पास एक छोटा पुल जुलाई 2024 के अंतिम सप्ताह में एक तरफ से क्षतिग्रस्त हो गया था।
दूसरे दिन चंदोल में ग्रामीणों से पता चला कि राजगढ़ से ठारू चलने वाली बस भी रोक दी गई। पुली क्षतिग्रस्त होने के बाद सोलन आरएम (RM) ऑफिस से बस के चालक-परिचालक को फोन आया कि स्ठार गांव से आगे सड़क खराब है। सिर्फ छोटी गाड़ियां ही जा रही थीं।
अभी तक उस छोटे से पुल का पुनः निर्माण नहीं हो सका। पझौता क्षेत्र में किसी भी नेता ने संबंधित विभाग, पच्छाद विधायक, सांसद व हिमाचल प्रदेश सरकार को इस बारे में लिखित में देने की जहमत नहीं उठाई।
यदि इस स्थान पर कोई अनहोनी होती है तो किसे दोषी माना जाए। पच्छाद विधायक रीना कश्यप से अनुरोध है कि इस छोटे पुल को शीघ्र से शीघ्र दुरुस्त करवाया जाए।