ऋषि महाजन/नूरपुर। कांगड़ा घाटी ट्रेन में सफर करने के चाहवानों को पठानकोट से रेल चलने का बेसब्री से इंतजार है। यात्रियों का यह इंतजार जल्द खत्म हो सकता है।
कांगड़ा घाटी रेलवे ट्रैक पर पठानकोट से रेलगाड़ियों का संचालन इसी वर्ष शुरू होने की उम्मीद है। पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलवे ट्रैक पर चक्की खड्ड पर निर्माणाधीन रेलवे पुल का काम इस साल अप्रैल या जून में पूरा हो सकता है।
काम पूरा होने के बाद ट्रायल में पास होने के बाद पठानकोट से रेल की आवाजाही, नूरपुर रोड, ज्वाली, गुलेर, ज्वालामुखी रोड, कांगड़ा, पालमपुर और बैजनाथ पपरोला के लिए हो सकेगी।
करीब 40 करोड़ की लागत से 72 मीटर पुल का निर्माण होगा। इसमें 8 पिल्लर और 7 स्पैन का निर्माण होना है। पुराने पुल में 24 पिल्लर थे और स्पैन कम थे। अभी करीब 70 फीसदी तक निर्माण पूरा हुआ है। काम चला हुआ है।
गौरतलब है कि अगस्त 2022 में भारी बरसात के चलते चक्की खड्ड पर बना रेलवे पुल बह गया था। चक्की खड्ड में बाढ़ आने से पंजाब की तरफ से दो पिल्लर बह गए थे। हालांकि रेलवे ने अनहोनी के अंदेशे के चलते 17 जुलाई, 2022 से ही पठानकोट से रेल की आवाजाही बंद कर दी थी।
इसके बाद से अढ़ाई साल से भी अधिक समय से पठानकोट से ट्रेन नहीं दौड़ी है। पठानकोट से जोगिंदर नगर ट्रैक पर पठानकोट से ट्रेन न चलने से गाड़ियों की आवाजाही भी कम हो रही है।
अभी नूरपुर रोड से बैजनाथ पपरोला के लिए दो जोड़ी ट्रेनें चल रही है। बाहरी राज्यों से मां बज्रेश्वरी, मां ज्वालाजी मंदिर, मां चामुंडा जी के दर्शन को जाने वाले श्रद्धालुओं को कांगड़ा घाटी रेल से सुविधा होती है। पठानकोट से कम पैसों से श्रद्धालु रानीताल, कांगड़ा, चामुंडा आदि पहुंच जाते हैं। अभी लोगों को तीन गुणा किराया देकर इन स्थानों पर पहुंचना पड़ रहा है।