ऋषि महाजन/नूरपुर। हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड पेंशनर फोरम नूरपुर की मासिक बैठक आज यूनिट प्रधान ई मान सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक की शुरुआत में जिला चंबा में 01 सितम्बर को विभागीय कार्य करते हुए दुर्घटना का शिकार हुए आउटसोर्स कर्मचारी देशराज तथा नूरपुर पेंशनर फोरम के सक्रिय सदस्य रमेश धीमान गनोह और राजमल सिंह सहित हाल ही में आपदा में जान गंवाने वाले सभी मृतकों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
राज्य उपाध्यक्ष पवन मोहल ने कहा कि 03 मार्च 2025 को विद्युत मंडल इंदौरा के अधीन उपमंडल इंदौरा में कार्य करते समय टी/मेट अजय कुमार (सुपुत्र राजकुमार) की मृत्यु हो गई थी। लेकिन सात महीने का लंबा समय बीत जाने के बावजूद मृतक अजय कुमार की धर्मपत्नी को स्थायी नौकरी प्रदान नहीं की गई है, जबकि संबंधित सभी दस्तावेज 30 जून 2025 को ही विद्युत मंडल इंदौरा द्वारा शिमला मुख्यालय भेजे जा चुके हैं। इससे मृतक परिवार गहरे संकट और असंतोष का सामना कर रहा है।
बैठक में मांग की गई कि बोर्ड प्रबंधन तुरंत अजय कुमार की धर्मपत्नी को नौकरी देकर पीड़ित परिवार को राहत पहुंचाए। साथ ही जिला चंबा में 01 सितम्बर को करंट लगने से मारे गए आउटसोर्स कर्मचारी देशराज के आश्रितों को भी स्थायी नौकरी दी जाए।
इसके अलावा 10 जून 2025 को बोर्ड प्रबंधन और पेंशनर फोरम पदाधिकारियों के बीच हुई बैठक में लिए गए निर्णयों को भी तत्काल लागू करने की अपील की गई।
बैठक में यह भी जोर देकर कहा गया कि मार्च 2024 के बाद रिटायर हुए कर्मचारियों को अभी तक लीव इनकैशमेंट और ग्रेच्युटी का भुगतान नहीं हुआ है। इसी तरह 01 जनवरी 2016 से 31 मार्च 2022 की अवधि में सेवानिवृत्त कर्मचारियों को संशोधित भुगतान भी लंबित है।
70 और 75 वर्ष की आयु पार कर चुके पेंशनरों को भी बकाया राशि का भुगतान नहीं हुआ है। फोरम ने चेतावनी दी कि यदि बोर्ड प्रबंधन ने शीघ्र इन वित्तीय लाभों का निपटारा नहीं किया, तो पेंशनरों में आक्रोश और बढ़ेगा।