ऋषि महाजन/नूरपुर। राजकीय आर्य महाविद्यालय नूरपुर में हिमालयन फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट शिमला में कार्यरत वैज्ञानिकों डॉ संदीप शर्मा (निदेशक) व डॉ पवन कुमार (वैज्ञानिक - F, एंटोंमोलॉजिस्ट) द्वारा महाविद्यालय के जीव विज्ञान के विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों की पहचान करने व उन्हें नुकसान पहुंचाने वाले कीट पतंगों के बारे में जानकारी दी।
उसके साथ ही वनस्पति विज्ञान व प्राणी विज्ञान विषयों में बीएससी/एमएससी करने वाले विद्यार्थियों के लिए विभिन्न कैरियर अवसरों के बारे में भी बताया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के लगभग 35 विद्यार्थी मौजूद रहे। कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार ठाकुर के दिशा निर्देशन में जीव विज्ञान विभाग के शिक्षकों डॉ राकेश कुमार व डॉ दिलजीत सिंह द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के प्रथम भाग में डॉक्टर संदीप शर्मा, (निदेशक, हिमालयन फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट शिमला) ने विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधों की पहचान करने के तरीकों, वनस्पति विज्ञान में बीएससी/ एमएससी करने वाले विद्यार्थियों के लिए करियर अवसरों के बारे में भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी । उन्होंने वनस्पति विज्ञान के टैक्सनॉमी कार्यक्षेत्र में अधिक संभावनाओं के बारे में भी जानकारी दी।
कार्यक्रम की दूसरे भाग में विशेषज्ञ डॉ पवन कुमार द्वारा इंटीग्रेटेड पेस्ट मैनेजमेंट (Integrated Pest Management) विषय व जीव विज्ञान विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रकार की करियर ऑपच्यरुनिटी के बारे में भी बताया।
इंटीग्रेटेड पेस्ट मैनेजमेंट विषय के ऊपर जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न प्रकार के कीट-पतंगें जो पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं उनको कैसे जैविक तरीकों से नियंत्रित किया जा सकता है और एक वैज्ञानिक के तौर पर हिमाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर आदि राज्यों में किए गए अपने शोध कार्यों के बारे में भी विद्यार्थियों को दिखाया।
प्राणी विज्ञान एमएससी जूलॉजी (एंटोंमोलॉजी स्पेशलाइजेशन) विद्यार्थियों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में करियर के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। कार्यक्रम के अंत में विशेषज्ञों का धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत कर उनका अभिवादन व्यक्त किया।