शिमला। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के नाम पर ठगी हो रही है। आधार नंबर और ओटीपी पूछकर बैंक खातों से पैसा उड़ाया जा रहा है।
इसको लेकर पुलिस के साइबर सेल ने लोगों से सतर्क रहने के लिए कहा है। संदिग्ध लिंक या मैसेज को तुरंत डिलीट कर देने की हिदायत दी है।
साइबर ठग पीएम किसान योजना से मिलती-जुलती फर्जी वेबसाइटों और मोबाइल एप तैयार कर रहे हैं। साइबर ठगी के लिए लाभार्थियों को मोबाइल पर पीएम किसान ऐप डाउनलोड करने के लिए फर्जी लिंक और फाइल आदि शेयर की जा रही हैं।
अगर कोई लाभार्थी इन लिंक पर क्लिक करता है या फर्जी एप डाउनलोड करता है, ठगों को उनके मोबाइल फोन का एक्सेस मिल जाता है। ठग बड़ी चालाकी से बैंक खातों से संबंधित वन टाइम पासवर्ड और आधार नंबर जैसी संवेदनशील जानकारी हासिल कर लेते हैं। फिर क्या यह सब हासिल कर खाते से पैसे उड़ा देते हैं।
डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला ने कहा कि कोई भी संदिग्ध लिंक या मैसेज मिलने पर उसे तुरंत डिलीट कर दें। व्यक्तिगत या बैंक जानकारी किसी से भी शेयर न करें।
अगर किसी को पीएम किसान योजना को लेकर कोई भी जानकारी चाहिए तो वे आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकता है। वहीं, स्थानीय जिला या ब्लॉक कृषि अधिकारी से भी संपर्क किया जा सकता है।