मंडी। मंडी जिला के सराज क्षेत्र की आपदा प्रभावित पंचायत पखरेर के तहत आने वाले गांव भराड़ में आखिरकार 35 दिनों बाद बिजली बहाल कर दी गई है। 30 जून की रात आई आपदा के चलते यह गांव पूरी तरह अंधेरे में डूब गया था।
दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों और सड़क मार्ग के पूर्ण रूप से नष्ट हो जाने के कारण बिजली बहाली का कार्य अत्यंत चुनौतीपूर्ण रहा। विद्युत बोर्ड की टीम ने गांव तक बिजली पहुंचाने के लिए रस्सियों से खींचकर विद्युत पोल पहुंचाए और लगभग तीन किलोमीटर का पैदल दुर्गम रास्ता तय कर एक-एक पोल स्थापित किया। इस कार्य में 25 मजदूरों और विभागीय कर्मियों ने लगातार दिन-रात मेहनत की।
कनिष्ठ अभियंता थुनाग, जगदीश ने बताया कि भराड़ गांव में लगभग 60 परिवार रहते हैं, जो पिछले 35 दिनों से बिजली से वंचित थे। अब विद्युत आपूर्ति बहाल होने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। उन्होंने बताया कि भारी वर्षा, टूटे रास्तों और जोखिम भरे हालातों के बावजूद विभाग ने समयबद्ध कार्य करते हुए यह बहाली सुनिश्चित की। ग्रामीणों ने भी विभागीय कर्मचारियों की मेहनत और समर्पण के लिए आभार व्यक्त किया है।
वहीं अधिशाषी अभियंता विद्युत मंडल गोहर सुमित चौहान ने बताया कि इलेक्ट्रिकल डिवीजन गोहर के अंतर्गत आने वाले सराज क्षेत्र के अधिकांश गांवों में बिजली पहुंचा दी गई है।
उन्होंने बताया कि केवल सुराह गांव में बिजली आपूर्ति अभी बहाल नहीं हो पाई है, लेकिन यदि मौसम अनुकूल रहा तो एक-दो दिनों के भीतर वहां भी आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। इसके अतिरिक्त कुछ गांवों में अस्थायी रूप से बिजली बहाल की गई है, जिसे शीघ्र ही स्थायी रूप से बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है।
सुमित चौहान ने बताया कि इलेक्ट्रिकल सेक्शन थुनाग के अंतर्गत आने वाले भराड़ गांव में भी आज अस्थायी रूप से बिजली बहाल कर दी गई है और जल्द ही वहां ट्रांसफार्मर स्थापित कर विद्युत आपूर्ति को स्थायी रूप दिया जाएगा।