राकेश चंदेल/बिलासपुर। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सौजन्य से डॉक्टर प्रवीण चौधरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर के दिशा-निर्देश में आज विश्व एड्स दिवस के अवसर पर नर्सिंग स्कूल में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर परमिंदर सिंह ने की। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के प्रोग्राम ऑफिसर डॉक्टर तहसीन, डीटीओ डॉक्टर अनंत राम तथा डॉ गुरुंग भी उपस्थित रहे।
डॉ. तहसीन (DAPO) ने एचआईवी और एड्स पर विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि इस वर्ष जागरूकता अभियान 27 नवंबर से 31 दिसंबर तक चलाया जा रहा है। उन्होंने एचआईवी (HIV) संक्रमण के बारे में बताते हुए कहा कि यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर हमला करता है, जिससे शरीर सामान्य बीमारियों से लड़ने में असमर्थ हो जाता है। इस वर्ष की थीम है, "सही रास्ता अपनाएं : मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार।"
कार्यक्रम में एड्स के प्रसार के चार मुख्य कारण बताए गए - असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई और नीडल्स का उपयोग, संक्रमित रक्त चढ़ाना और संक्रमित मां से बच्चे में संक्रमण। एचआईवी एड्स से बचाव के उपायों के रूप में जानकारी, वफादारी, रक्त परीक्षण, डिस्पोजेबल सिरिंज का उपयोग और गर्भवती महिलाओं का परीक्षण शामिल हैं।
इस अवसर पर जिले में एचआईवी/एड्स प्रीवेंशन एंड कंट्रोल एक्ट 2017 के बारे में भी जानकारी दी गई। बच्चों को 18 वर्ष तक सहायता राशि प्रदान की जाती है और भारत सरकार 2030 तक एड्स के खात्मे के लिए निरंतर प्रयासरत है।
कार्यक्रम के अंतर्गत भाषण प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग, स्लोगन राइटिंग और स्किट गतिविधियों का आयोजन किया गया। इसमें नर्सिंग छात्राओं ने भाग लिया और विजेता रहे।
भाषण प्रतियोगिता में प्रथम मनीषा, द्वितीय शैलजा, तृतीय कनिका रही। स्लोगन राइटिंग में प्रथम सारिका, द्वितीय निधि, तृतीय कनिका रही। पोस्टर मेकिंग में प्रथम अंजना, द्वितीय वर्षा, तृतीय अमीषा रही।
कार्यक्रम के समापन पर योगिता, काजल, यशी, मुस्कान, रिया, कविता, शगुन और बबीता ने एचआईवी/एड्स पर एक प्रभावी स्किट प्रस्तुत की। इस कार्यक्रम में कुल 60 लोग उपस्थित रहे।