शिमला। हिमाचल में जनगणना से पहले नई पंचायतों का गठन किया जाएगा। पंचायतों के गठन के लिए संबंधित पंचायत में वोटर की संख्या एक हजार-1200 होनी चाहिए। 500, 600 आदि वोटरों वाली पंचायतों का गठन नहीं किया जाएगा। यह जानकारी पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने शिमला में पत्रकार वार्ता में दी है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में जनगणना का काम शुरू हो रहा है। भाजपा सरकार में 412 नई पंचायतों का गठन किया गया था। मापदंड आदि पूरा न करने पर कुछ पंचायतों का गठन नहीं हो सका था।
हमारे प्रयास है कि जनगणना से पहले नई पंचायतों का गठन हो। इसको लेकर नोटिफिकेशन जारी की है। कुछ डीसी से प्रस्ताव भी पहुंचे हैं। सरकार पूरी स्टडी कर ही नई पंचायतों का गठन करेगी।
कुछ पंचायतें काफी बड़ी हैं। पंचायत के अंदर ही आने जाने में दो घंटे का समय लगता है। भौगोलिक परिस्थितियों और जरूरत के हिसाब से नई पंचायतों का गठन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कुछ प्रस्ताव पहुंचे हैं, जिनमें वोटर संख्या 500 या 600 है। उन्हें नई पंचायत का दर्जा देना संभव नहीं है। पिछली सरकार में दो वार्ड की पंचायत बना दी गई।
पंचायत के लिए स्टाफ, पंचायत घर आदि की जरूरत होती है। इसलिए पंचायत के दर्जे के लिए संबंधित पंचायत में एक हजार-1200 वोटर की संख्या होना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि पंचायतों का गठन मापदंड के अनुसार ही होगा। अभी हिमाचल में 3615 पंचायतें हैं।
पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों को एक जगह इकट्ठा करना संभव नहीं हो पाता है। हम चाहते हैं कि पंचायत प्रतिनिधियों से संवाद जारी रहे।
इसके लिए 1546 पंचायत के लिए डिजिटलाइजेशन करने जा रहे हैं। इसके लिए प्रति पंचायत डेढ़ लाख रुपए रखा है।
इसमें वीडियो कांफ्रेंसिंग, कंप्यूटर की सुविधा होगी। केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से इस कार्य को किया जाएगा। केंद्र से 23-24 करोड़ का बजट प्राप्त भी हो गया है और टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा रही है।