शिमला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने हिमाचल की सुक्खू सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में कानून-व्यवस्था चरमराई है और मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी और अधिकारी सरकार बचाने में मशगूल हैं।
उन्होंने कहा कि सीपीएस मामले में कोर्ट का फैसला भी जल्द आने वाला है और इसे लेकर कांग्रेस के नेताओं को फैसले का इंतजार करना चाहिए। जयराम ठाकुर ने ये भी सवाल उठाया कि आखिर निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे मतदान के अगले दिन एकदम से क्यों स्वीकार कर लिए गए।
शिमला में पत्रकारों से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सुंदरनगर में एक आरोपी की पुलिस थाना सुंदरनगर की हवालात में हिरासत में रहते हुए मौत हुई है। उन्होंने इसकी जघन्य गुड़िया कांड में आरोपी की थाने में हुई मौत से तुलना की है।
उन्होंने कहा कि सिरमौर जिले के कालाअंब मामले में पुलिस जांच अधिकारी पर दबाव बनाया जा रहा है। जांच अधिकारी हेड कांस्टेबल के इंकार के बाद वो गायब है। परिवार उसकी सुरक्षा की मांग कर उनकी घर वापसी की मांग कर रहे हैं। पालमपुर में महिला पर दराट से हमला होता है, पर सीएम चुप हैं। कहीं से कोई सुनवाई नहीं।
सीपीएस (CPS) मामले में जयराम ठाकुर ने कहा कि हम नहीं मगर सरकार में मंत्री जगत सिंह नेगी कोर्ट के जजमेंट का जिक्र कर रहे हैं। पर सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में कई अन्य मामलों में सीपीएस के खिलाफ फैसले आए हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल के मामले में भी लंबा वक्त हो गया है और जल्द कोर्ट अपना फैसला देगा।
वहीं, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे पहले क्यों स्वीकार नहीं हुए। बाद में मतदान से अगले ही दिन क्यों इस्तीफे आनन-फानन में स्वीकार हो गए। ये सब समझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये उपचुनाव भाजपा की वजह से नहीं कांग्रेस की अपनी नाकामियों को वजह से राज्य पर थोपे गए हैं।