कुवैत से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। एक भवन में आग भड़कने के चलते 43 लोगों की मौत हो गई है और 30 अन्य घायल हैं। मरने वालों में 40 भारतीय शामिल हैं।
इमारत में बड़ी संख्या में कर्मचारी रहते थे। बताया जा रहा है कि मंगाफ शहर में बुधवार सुबह करीब 6 बजे (भारतीय समय अनुसार) एक 6 मंजिला भवन की रसोई में आग लगी। मामले की सूचना भारतीय समयानुसार सुबह करीब साढ़े 8 बजे अधिकारियों को दी गई। सूचना मिलने के बाद अग्निशमन दल मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू शुरू किया।
इमारत में रह रहे काफी लोगों को बचा लिया गया। पर कुछ की धुएं के चलते दम घुटने से जान चली गई।
मामले में रियल एस्टेट डीलरों की ओर से लापरवाही बरतने की बात सामने आ रही है। अधिकारियों ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। अधिकारी आग लगने के कारणों की जांच कर रहे हैं।
दूसरी तरफ कुवैत में भारतीय दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में डालकर दुख जताया है। बताया कि भारतीय श्रमिकों से जुड़ी आग की दुखद घटना के संबंध में दूतावास ने एक इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर +965-65505246 शुरू किया है। सभी संबंधित लोगों से अनुरोध है कि वे अपडेट के लिए इस हेल्पलाइन से जुड़ें। दूतावास हर संभव सहायता करेगा।
कुवैत की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है। उन्होंने X पर पोस्ट डाली है। उन्होंने लिखा कि कुवैत शहर में आग लगने की घटना दुखद है। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और प्रभावितों की सहायता के लिए वहां के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
उधर, आग त्रासदी में जान गंवाने वाले भारतीयों के पार्थिव शरीर भारत वापस लाने की भी कवायद तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशानुसार विदेश राज्य मंत्री आग त्रासदी में घायल हुए लोगों की सहायता की निगरानी करने तथा इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मारे गए लोगों के पार्थिव शरीर को शीघ्र वापस लाने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए तत्काल कुवैत रवाना हो रहे हैं।