राकेश चंदेल/बिलासपुर। श्री नैना देवी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत दो ग्राम पंचायतों कुटैहला व मंझेड और स्वारघाट के स्थानीय निवासियों में नगर पंचायत विवाद को लेकर काफ़ी आक्रोश है जिसको लेकर ग्राम पंचायत कुटैहला के प्रधान बालकृष्ण ठाकुर द्वारा स्वारघाट में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया।
इसमें उन्होंने कहा कि स्वारघाट को नगर पंचायत बनाए जाने की अधिसूचना का ग्राम पंचायत कुटैहला व मंझेड की जनता ने जबरदस्त विरोध किया है। हाल ही में ग्राम पंचायत कुटैहला व मंझेड को नगर पंचायत बनाये जाने पर दोनों पंचायतों के हर गांव में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया था जिसमें दोनों पंचायतों की 80 से 90 प्रतिशत जनता इसके विरोध में हैं।
दोनों पंचायतों के एक हजार से ज्यादा ग्रामीणों की हस्ताक्षरित प्रतियां 3 दिसंबर को दोनों पंचायतों के प्रतिनिधियों ने पूर्व जिला परिषद चेयरमैन एवं वरिष्ठ अधिवक्ता होशियार सिंह ठाकुर की अगुवाई में उपायुक्त बिलासपुर को सौंपी थी और जिसके बाद 4 दिसंबर को जिला पंचायत अधिकारी बिलासपुर की तरफ से एसडीएम स्वारघाट को दोनों पंचायतों के आक्षेपकर्ताओं को नियमानुसार सुनवाई का अवसर प्रदान करने की बात की गई थी लेकिन आज तारीख छः दिसम्बर हो गई है अभी तक इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि गांव में अधिकतर लोग कृषि पर निर्भर है। नगर पंचायत बनने से ग्रामीण क्षेत्र की योजनाओं के तहत मिलने वाले फायदे जैसे कृषि औजारों-बीजों व अन्य गतिविधियों पर मिलने वाली सब्सिडी मिलनी बंद हो जाएगी क्योंकि नगर पंचायत में केवल शहरी क्षेत्र की योजनाएं लागू होगी।
वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों की जनता नगर पंचायत के कड़े नियमों व शर्तों को वहन करने में भी असमर्थ होगी। नगर पंचायत में ग्रामीणों को किसी भी तरह के निर्माण से पहले परमिशन लेनी पड़ेगी, नक्शे आदि पास करवाने पड़ेंगे जिससे ग्रामीणों को भारी असुविधाएं-कठिनाइयां सामने आएंगी। नगर पंचायत में ग्रामीणों को कई तरह के टैक्स चुकाने पड़ेंगे।
नगर पंचायत में मनरेगा नहीं होगी जिसके चलते बेरोजगार लोगों, मजदूरों-श्रमिकों को श्रम कल्याण बोर्ड की योजनाओं से भी वंचित रहना पड़ेगा।
बालकृष्ण ठाकुर ने कहा कि स्वारघाट में खुले सभी सरकारी कार्यालयों का नामकरण श्री नैना देवी जी के नाम पर हुआ है जैसे उपमंडलाधिकारी कार्यालय श्री नैना देवी जी स्थित स्वारघाट, तहसील श्री नैना देवी जी स्थित स्वारघाट, विकास खंड कार्यालय श्री नैना देवी जी स्थित स्वारघाट और श्री नैना देवी जी में पहले से ही नगर परिषद बनी हुई है।
इसलिए स्वारघाट के लोगों को जबरदस्ती नगर पंचायत को ना थोपा जाए। उन्होंने सरकार और प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर दोनों पंचायतों आक्षेपकर्ताओं को नियमानुसार सुनवाई का अवसर प्रदान नहीं किया जाता तो उन्हें दोनों पंचायतों की जनता को धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होना पड़ेगा।