कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। कांगड़ा के सबसे कुख्यात ड्रग डीलर को कांगड़ा पुलिस ने धर दबोचा है। इसी के साथ कांगड़ा पुलिस ने नगरोटा में नशा तस्करों के एक बड़े गिरोह का सफाया कर दिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, बृजेश कुमार उर्फ मामू, जिसके खिलाफ पहले से ही एनडी एंड पीएस एक्ट के 8 मामले दर्ज हैं, को कांगड़ा पुलिस की टीम ने 11.96 ग्राम हेरोइन रखने के मामले में फिर से हिरासत में लिया है।
राहुल उर्फ रोली नामक एक अन्य व्यक्ति, जो ड्रग एडिक्ट और पेडलर है जो कांगड़ा और नगरोटा बगवां में विभिन्न लोगों को हेरोइन बेचता था, को भी बृजेश उर्फ मामू के साथ हिरासत में लिया गया है।
राहुल के खिलाफ एनडी एंड पीएस एक्ट के 3 पहले भी मामले दर्ज हैं। दोनों को आईपीएच गेस्ट हाउस कांगड़ा के नजदीक सेब करण के पास एक सुनसान जगह से गिरफ्तार किया गया, जहां दोनों को हेरोइन के इंजेक्शन लेते हुए पाया गया। दोनों के हाथ सिरिंज के जरिए सीधे हेरोइन के इंजेक्शन के कारण सूज गए हैं।
बृजेश उर्फ मामू विभिन्न समूहों के छात्रों को निशाना बनाता था और नगरोटा बगवां के पवन और जितेन्द्र बहल के साथ उसके संबंध थे। अब तीनों अन्य छोटे तस्करों के साथ सलाखों के पीछे हैं।
पुलिस ने हमेशा नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है और नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। इन दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी के साथ ही नगरोटा के पवन, मामू और बहल का गिरोह खत्म हो गया है।
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि दोनों को एनडीपीएस अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है और शनिवार को अदालत में पेश किया जाएगा। अब कांगड़ा पुलिस इन सभी तस्करों द्वारा अवैध रूप से अर्जित संपत्ति को जब्त करने और नष्ट करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।