शिमला। हिमाचल में भाजपा के नौ विधायकों के खिलाफ सदन की अवहेलना का मामला विधानसभा सचिवालय के विचाराधीन है। इस मामले में ऊना से विधायक सतपाल सत्ती, नाचन से विनोद कुमार, चुराह से हंसराज, बंजार से सुरेंद्र शौरी, सुलह से विपिन परमार, बिलासपुर से त्रिलोक जम्वाल, बल्ह से इंद्र सिंह गांधी, आनी से लोकेंद्र कुमार और करसोग से दीप राज को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
नोटिस का जवाब भी आ गया है। शिमला में मीडिया से बातचीत में हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि मामला विधानसभा सचिवालय के विचाराधीन है। इस मामले में विधानसभा सचिवालय के पास याचिका आई थी और याचिका पर नोटिस जारी किए थे, जिनका जवाब भी आ गया है।
आने वाले समय में जब सदन का संचालन होगा, मामले में कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सदन में स्पीकर ने व्यवस्था दी थी, जिसकी अवहेलना हुई है। सदन के अंदर नियमों को ताक पर रखकर सदन के आसन पर कागज फाड़ना आदि प्रकार के आचरण को नोटिस जारी किया था।
वहीं, तीन पूर्व निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे को लेकर हिमाचल विधानसभा स्पीकर कुलदीप पठानिया ने कहा कि तीन निर्दलीय विधायकों ने 23 मार्च को सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा ज्वाइन कर ली थी। मामले में नियमों के अनुरूप कार्रवाई की गई। दोनों पक्षों को पूरा समय दिया।
मामले में जब तक वह फैसला लेते तीनों सदस्य हाईकोर्ट में चले गए। हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मांग की कि स्पीकर को निर्देश दी जाएं कि हमारे इस्तीफे मंजूर करें। मामला कोर्ट में होने के चलते उन्होंने 15- 20 दिन इंतजार किया। मामले में डबल बैंच का मत अलग अलग आया।
फिर मामला तीसरे जज को सौंपा गया। तीसरे जज का भी फैसला आ चुका है।