शिमला। हिमाचल प्रदेश में क्रिप्टो करंसी मामले में करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी हुई है। आम आदमी से लेकर बड़े अधिकारियों को शातिरों ने शिकार बनाया है। पुलिस को लगातार ठगी की शिकायतें मिल रही हैं। अभी तक मामले को लेकर पुलिस ने नौ लोगों को हिरासत में लिया है और जांच चल रही है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने शिमला में कहा है कि धोखाधड़ी के शिकार हुए लोगों को किस तरह से पैसा वापस दिलाया जाए, इसको लेकर सरकार गंभीर है।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि क्रिप्टो करंसी के नाम पर लोगों को पैसा तीन गुण होने का प्रलोभन दिया गया। इसके बाद आम आदमी से लेकर बड़े-बड़े अधिकारियों ने इसमें निवेश किया, लेकिन अब लगातार धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं।
विधानसभा में भी क्रिप्टो करंसी का मामला उठा था, जिसके बाद सरकार ने पुलिस एसआईटी बनाकर मामले की छानबीन शुरू की। प्रदेश में विभिन्न प्रोजेक्ट्स और फोरलेन के लिए जिन लोगों की भूमि अधिग्रहण की गई है, उन लोगों को शातिरों ने टारगेट किया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
लगभग 2300 करोड़ के आसपास की ट्रांजैक्शन बताई जा रही है और 400 करोड़ रुपए की देनदारियां बाकी हैं। पुलिस ने आरोपियों की 5 करोड़ संपत्ति को भी जब्त कर लिया है और आगामी जांच चल रही है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि ऐसी कोई भी स्कीम नहीं है, जिससे पैसा तीन गुना हो जाए। लोग अपनी मेहनत की कमाई को सोच समझकर निवेश करें।