हाथरस। मंगलवार के दिन उत्तर प्रदेश के हाथरस में ऐसा अमंगल हुआ जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र में स्थित फुलरई गांव में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। वहीं, 200 से अधिक घायल हुए हैं।
जानकारी के अनुसार, सत्संग में मची भगदड़ में लोगों की मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। इसमें बड़ी संख्या महिलाओं की है। घटना के बाद से चारों तरफ चीख पुकार मची हुई है।
बताया जा रहा है कि फुलरई गांव में भोले बाबा का सत्संग चल रहा था, सत्संग खत्म होने के बाद भगदड़ मच गई। भगदड़ में कई महिलाएं, बच्चे और पुरुष दब गए।
अचानक मची इस भगदड़ में कई लोग घायल हैं और सैकड़ों लोग भीषण गर्मी से बेहोश हो गए। पुलिस प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है। कुछ घायलों को एटा जिले के अस्पताल में ले जाया गया है।
एटा के SSP राजेश कुमार सिंह के अनुसार, एटा अस्पताल में अब तक 27 शव आ चुके हैं, जिनमें 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं। इन 27 शवों की पहचान की जा रही है।
वहीं, हाथरस के जिलाधिकारी आशीष कुमार पटेल ने बताया कि हाथरस से 50 से 60 शव लाए गए हैं। जानकारी के मुताबिक, घायलों को बस-टैंपो में लादकर जिला अस्पताल ले जाया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लिया है। सीएम ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के संवेदना प्रति व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को घायलों को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने और मौके पर राहत कार्य तेज करने का निर्देश दिया है।
इसके अलावा सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही इस मामले में कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी। प्रशासन आयोजकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में हैं।