कुल्लू। डीसी कुल्लू तोरूल एस रवीश ने एक बैठक कर भारी बारिश के बाद शनिवार को हो रहे बहाली कार्य की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि मणिकर्ण सड़क को रविवार तक भारी वाहनों के लिए बहाल करने का कार्य पूरा होगा। मणिकर्ण घाटी में शनिवार को ही बहाली की कोशिश चल रही है, जिसे देर शाम तक बहाल किया जाएगा।
जल शक्ति विभाग की कसोल में पाइपें टूटी हैं, जिसकी बहाली शनिवार हो जाएगी। भुंतर में बिजली बहाल की गई है। दियार क्षेत्र में 7- डीटीआर बंद हैं। छरोड़ नाला में बिजली बहाली कार्य जारी है। उन्होंने बताया कि भुंतर में एसटीपी को खोखन नाला के पानी से नुकसान हुआ है, उसे बहाल किया जा रहा है। शास्त्रीनगर, शिल्हिहार- राजगिरी में सड़कों को काफी नुकसान हुआ है।
पाहनाला सड़क बहाल हो गई है तथा इससे जुड़े अन्य, रज्जू मार्गों को दो दिन में बहाल हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि सभी नालों में अतिक्रमण के कारण नुकसान हो रहा है, जिसको भविष्य में देखने की आवश्यकता है। नगर परिषद क्षेत्र में भी कुछ स्थानों पर रस्ते बंद हुए हैं, जिन्हें खोलने का कार्य जारी है।
घरों का नुकसान तीन जगह हुआ है। शहर में सभी गिरे हुए पेड़ों को हटा दिया गया है। कुल्लू शहर की पेयजल आपूर्ति फिलहाल पीज की जल भंडारण परियोजना से की जा रही है। खलाड़ा के भंडारण टैंकों से भी शहर के निचले क्षेत्र में आपूर्ति की जा रही है। डीसी ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि वे मॉनीटरी नुकसान का भी आकलन करें। यदि पुनः बारिश होती है तो राहत के लिए तरपाल आदि व्यवस्था तैयार रखें।
डीसी तोरूल एस रवीश ने शनिवार को भारी वर्षा के दौरान कुल्लू शहर में क्षतिग्रस्त हुए क्षेत्र का दौरा करके बहाली कार्यों का जायजा लिया। डीसी ने शास्त्री नगर, सरवरी तथा पुराना अखाड़ा में जाकर वर्षा से हुई क्षति का जायजा लिया तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। डीसी ने निर्देश दिए कि ड्रेनेज नालों तथा उन पर बनी कलवर्ट की चौड़ाई, सुनिश्चित करें और नालों में अतिक्रमण न हो।
उन्होंने कहा कि भविष्य के लिए रात में सड़क बहाली के लिए एक जेसीबी स्टैंडबाई में रखें। इस अवसर पर एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला, एक्लोसिन लोक निर्माण विभाग बीएस नेगी तथा कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद कुल्लू अनुभव सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।