ऋषि महाजन/नूरपुर। कांगड़ा जिला के नूरपुर उपमंडल की भड़वार पंचायत के भटोली गांव श्मशान घाट का मुद्दा गरमा गया है। इसको लेकर ग्रामीण, खनन माफिया और वन विभाग आमने-सामने आ गए हैं।
भटोली गांव में पुराना श्मशान घाट अवैध खनन और बाढ़ की बलि चढ़ गया। वहीं, ग्रामीणों द्वारा बनाए नए मोक्षधाम को तोड़ दिया गया। इससे ग्रामीणों में खासा रोष है।
बता दें कि वर्षों से भड़वार पंचायत के गांव भटोली के बाशिंदे दाह संस्कार के लिए आखला खड्ड के किनारे निर्मित मोक्ष धाम (शमशान घाट) का प्रयोग करते थे। यह श्मशान घाट अवैध खनन के चलते क्षतिग्रस्त हो गया। ट्रैक्टरों के चलते श्मशान घाट को नुकसान पहुंचा।
लोगों ने अवैध खनन को लेकर मुख्यमंत्री, विभागीय मंत्री, खनन विभाग, पुलिस विभाग व वन विभाग के साथ साथ मुख्यमंत्री सहायता सेवा 1100 पर भी शिकायत की, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका।
बाकी की कसर आखला खड्ड में बाढ़ ने पूरी कर दी और श्मशान घाट बह गया। सब तरफ से निराश ग्रामीणों ने अपने योगदान से एकत्रित की गई की गई करीब सात लाख रुपए की राशि व श्रम सेवा से बाढ़ की भेंट चढ़े श्मशान घाट से तकरीबन 8-10 मीटर पीछे हटकर एक नए मोक्षधाम का निर्माण किया।
गांव के निवासी अमित शर्मा, बुद्धि सिंह, विशाल शर्मा, अशोक कुमार, नागिन चंद, रमेश चंद व शेर सिंह ने बताया कि नया शमशान घाट गांव के पास स्थित आखला खड्ड के समीप ही बनाया गया था। गांव वासियों अनुसार यह नया शमशान घाट इस खड्ड में अवैध खनन करने वालों की राह का रोड़ा बन रहा था। वन विभाग ने जेसीबी मशीन की सहायता से नए शमशान घाट की सीढ़ियां व पानी की टंकी को तोड़ दिया।
लोगों का तो यहां तक कहना है कि शमशान निर्माण कमेटी प्रभारी जगजीत राय को इसको लेकर धमकियां भी मिलीं। लोगों का कहना है कि इस संबंध में नूरपुर पुलिस थाना में रपट दर्ज कराई गई थी। खनन विभाग व वन विभाग को भी अवैध खनन को लेकर जानकारी दी गई थी।
इस अवैध खनन के कारण भड़वार-कोटपलाड़ी रोड पर आखला खड्ड पर बने पुल को भी देर सवेर गहरा नुकसान पहुंच सकता है, क्योंकि पुल एक तरफ से बैठना शुरू हो चुका है। सरकार व पुलिस से समस्त गांव वासियों को न्याय की उम्मीद है।
एसडीएम नूरपुर गुरसिमर सिंह का कहना है कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। डीएफओ अमित शर्मा ट्रेनिंग पर गए हैं, वो आएंगे तो सारी जानकारी प्राप्त की जाएगी।
डीएसपी विशाल वर्मा का कहना है कि एक मामला तोड़फोड़ का आया है। परंतु संज्ञान में आया कि ग्रामीणों ने वन विभाग की जमीन पर बिना अनुमति ढांचा तैयार किया था, इसलिए पूरी जानकारी वन विभाग ही दे सकता है।
वन विभाग के रेंज ऑफिसर शशि सिंह ने कहा कि उनके पास वन बीट गॉर्ड की इस नए बनाए गए शमशान घाट को लेकर शिकायत आई थी, तो इसे तुड़वाने के मौखिक आदेश दिए गए थे।