हरिपुर। देहरा विधानसभा क्षेत्र के हरिपुर निवासी सूबेदार मेजर संदीप अवस्थी पंचतत्व में विलीन हो गए हैं।
उनका पैतृक श्मशान घाट में पूरे सैन्य और राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया। बेटी सुधांशी शर्मा ने पिता सूबेदार मेजर संदीप अवस्थी की चिता को मुखाग्नि दी।
हिमाचल के जिला कांगड़ा के हरिपुर निवासी सूबेदार मेजर संदीप अवस्थी का हृदय घात से निधन हो हुआ है। वह असम राइफल में नागालैंड के दीमापुर में तैनात थे। संदीप अवस्थी असम राइफल में वर्ष 1992 में भर्ती हुए थे।
करीब 32 साल नौकरी हो गई थी। संदीप अवस्थी की पत्नी टीचर हैं। उनकी एक बेटी है। वीरवार सुबह उनकी पार्थिव देह पैतृक गांव हरिपुर पहुंची। पार्थिव देह गांव पहुंचने पर माहौल गमगीन हो गया।
सूबेदार मेजर संदीप अवस्थी की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल था। बेटी सुधांशी शर्मा रो रो कर अपने पिता को पुकारती नजर आई। सूबेदार मेजर संदीप अवस्थी की अंतिम यात्रा में काफी संख्या में लोग मौजूद हुए। देहरा की विधायक कमलेश ठाकुर और एसडीएम देहरा शिल्पी बेक्टा ने भी मौके पर पहुंचकर सूबेदार मेजर संदीप अवस्थी को श्रद्धांजलि दी।
घर से पार्थिव देह पूरे सम्मान के साथ श्मशान घाट ले जाई गई। सैन्य अधिकारियों ने जब सूबेदार मेजर संदीप अवस्थी की पार्थिव देह पर लपेटा तिरंगा बेटी सुधांशी शर्मा के हाथ में सौंपा तो हर आंख नम हो गई।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने 24 असम राइफल्स के नायब सूबेदार संदीप कुमार की शहादत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि संदीप कुमार ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। वह कांगड़ा जिले की देहरा तहसील के हरिपुर गांव के निवासी थे।
उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।