शिमला। अगर हौसला बुलंद हो और इरादा पक्का हो तो आप कोई भी मुश्किल मुकाम हासिल कर सकते हैं। ऐसा ही कर दिखाया है शिमला विकास खंड की पंचायत टूटु की जनोल पंचायत के उमेश ने। उमेश ने हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा परीक्षा 2024 में टॉप किया है।
उमेश को इसमें कई बार असफलता का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हिम्मत न हारी। उमेश ने सात साल की कड़ी मेहनत के बाद यह मुकाम हासिल किया।
न केवल हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा परीक्षा पास की, बल्कि इसमें टॉप भी किया। ऐसा करके वह युवाओं के लिए मिसाल बने हैं। उमेश के पिता दिवाकर दत्त शर्मा बिजली बोर्ड से रिटायर हैं। मात मीरा शर्मा गृहणी हैं।
उमेश ने 8वीं तक की पढ़ाई सरकारी स्कूल कायना में की है। इसके बाद 9वीं और 10वीं की पढ़ाई यूनिवर्सिटी मॉडल स्कूल समरहिल में पूरी की। डीएवी लक्कड़ बाजार में 12वीं कक्षा की पढ़ाई करने के बाद सोलन से मैकेनिकल में बीटेक किया।
इसके बाद 2016 में निजी क्षेत्र में नौकरी भी की, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी बनने का सपना पूरा करने के लिए चलते नौकरी छोड़ दी। इसके बाद 2019 में एलाइड परीक्षा पास की और आबकारी एवं कराधान इंस्पेक्टर बने।
सरकारी नौकरी हासिल करने के बाद एचएएस बनने का लक्ष्य जारी रहा। इसके लिए उन्होंने लिखित परीक्षा भी दी। पर साक्षात्कार में उतीर्ण नहीं हो पाए।
उनकी मेहनत फिर जारी रही। उमेश के अनुसार विभाग में नौकरी के साथ वह 4 से 5 घंटे पढ़ाई के लिए निकालते थे। इसके लिए महज 6 माह चंडीगढ़ में कोचिंग ली है।
उमेश के एचएएस अधिकारी बनने पर घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने सोमवार को हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा परीक्षा 2024 का फाइनल रिजल्ट घोषित किया है। इसमें उमेश टॉपर रहे हैं।
कांगड़ा जिला के नगरोटा सूरियां के बासा गांव के मोहित सिंह दूसरे और घुमारवीं बिलासपुर के जितेंद्र चंदेल तीसरे नंबर रहे हैं।