ऋषि महाजन/नूरपुर। बारिश थमने के बाद भी नूरपुर के हालात सुधरने के बजाय और बिगड़ गए हैं। पहले पानी की समस्या कुछ वार्डों तक सीमित थी, अब पूरा शहर ही पानी के बिना हो गया है। लगातार पांच दिन से नल सूखे पड़े हैं और नलों में पानी आना पूरी तरह बंद हो गया है। शहरवासी पीने और घरेलू कामकाज के लिए पानी की गंभीर किल्लत झेल रहे हैं।
हालात इतने बिगड़ गए हैं कि लोग दूर-दराज से पानी ढोने को मजबूर हैं। कई परिवार होटल से खाना मंगवाने लगे हैं तो कई घरों में टैंकर मंगवाकर पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है। कुछ लोग 5–6 किलोमीटर दूर हैंडपंपों से पानी भरकर ला रहे हैं।
पानी की कमी का असर आम लोगों से लेकर कामकाजी तबके तक पर दिख रहा है। व्यवसायी रोबिन, मनुज , राजेश, सिविल अस्पताल के कर्मचारी और रूहानी ने बताया कि अब उनकी टंकियां पूरी तरह खाली हो चुकी हैं। बैंक कर्मचारी का कहना है कि सुबह की शुरुआत ही पानी ढूंढने से होती है, जिससे दफ्तर पहुंचने में देर हो रही है।
महिलाओं की परेशानियां और बढ़ गई हैं। कंचन, वीना और अलका का कहना है कि उन्हें खाना बाहर से मंगवाना पड़ रहा है। घरों में बर्तन धोना और पीने के लिए पानी जुटाना नामुमकिन हो गया है। सबसे बड़ी समस्या शौचालयों के लिए पानी की कमी की है, जिससे बच्चे और बुजुर्ग बेहद परेशान हैं।
मजबूरी में लोगों ने डिस्पोजेबल प्लेट और गिलास का सहारा लेना शुरू कर दिया है, लेकिन यह महंगा और अस्थायी विकल्प साबित हो रहा है। कई घरों की रसोई सुबह-शाम ठप हो चुकी है और महिलाएं दिनभर पानी के इंतज़ाम में लगी रहती हैं।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि बरसात में कई जगह मलबा गिरने से समस्या उत्पन्न हुई है, लेकिन विभागीय टीम पूरी मुस्तैदी से जुटी हुई है और पानी की सप्लाई जल्द बहाल करने का दावा कर रही है।