शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अपनी सरकार का तीसरा बजट हिमाचल विधानसभा में पेश कर रहे हैं। उन्होंने एक शे'र के साथ बजट भाषण शुरू किया। उन्होंने कहा कि 'न गिराया किसी को कभी, न खुद को उछाला, कटा जिंदगी का सफर धीरे धीरे, जहां आप पहुंचे छलांग लगाकर, वहां मैं भी पहुंचा धीरे-धीरे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने बजट भाषण के शुरू में कहा कि वर्ष 2025-26 का साल हिमाचल की अर्थव्यवस्था की दृष्टि में सबसे चुनौतीपूर्ण साल है। गिरती अर्थव्यवस्था, सामरिक चुनौतियां आदि सबसे बड़ा कारण हैं। साथ ही मंदी की दस्तक भी सुनाई दे रही है। इससे देश की अर्थव्यवस्था अछूती नहीं हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देश की आर्थिक स्थिति पर भी चिंता जताई है।
उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में सभी वर्गों के विकास और उनके जीवन को सुगम बनाने पर बल दिया है। 11 दिसंबर 2022 को कांग्रेस सरकार सत्ता में आई थी। उस वक्त पूर्व सरकार द्वारा फिजूलखर्ची आदि से उत्पन्न स्थिति से निपटने की बड़ी चुनौती थी। 2023 में हिमाचल में इतिहास की सबसे बड़ी आपदा आई।
हजारों घर तबाह हुए और कई लोगों की जानें चली गई। उन्होंने कहा कि नुक्सान का जायजा लेने के लिए टीम भेजे जाने पर वह केंद्र का आभार व्यक्त करते हैं। 9 हजार 42 करोड़ की पीडीए रिपोर्ट भेजी गई थी। अब तक केंद्र से वित्तीय सहायता नहीं मिली है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि केंद्र सरकार जल्द राशि जारी करेगी।