रेखा चंदेल/झंडूता। उपमंडल झंडूता के एक निजी गेस्ट हाउस में सक्रिय सदस्य सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक सतपाल सिंह सत्ती रहे, जिन्होंने मां सरस्वती की पूजा-अर्चना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर झंडूता के विधायक जीत राम कटवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे। सम्मेलन में जिला परिषद सदस्य शैलजा शर्मा सहित उपमंडल के विभिन्न हिस्सों से आए गणमान्य लोगों और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान संगठन की मजबूती, क्षेत्रीय विकास और जनसरोकारों से जुड़े मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श हुआ।
मुख्य अतिथि सतपाल सिंह सत्ती ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वे संगठन की रीढ़ हैं और उनके निरंतर सहयोग से ही संगठन आगे बढ़ता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को भविष्य में भी पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ संगठन के कार्यों में भागीदारी के लिए प्रेरित किया।
अपने संबोधन में सत्ती ने जनसंघ के शुरुआती दिनों की चर्चा करते हुए बताया कि आजादी के तुरंत बाद कश्मीर जाने के लिए परमिट सिस्टम लागू किया गया था, जिसका कांग्रेस समर्थन करती थी, जबकि जनसंघ इसका विरोध करता था। उन्होंने कहा, “हम कहते थे कि देश कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक है, लेकिन फिर भी कश्मीर जाने के लिए परमिट लेना पड़ता था। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इसका विरोध करते हुए बिना परमिट जाने का आंदोलन शुरू किया।”
उन्होंने यह भी बताया कि उस समय अटल बिहारी वाजपेयी डॉ. मुखर्जी के सहयोगी थे, जैसे आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई समर्पित नेता कार्य कर रहे हैं।
सम्मेलन में उमड़े भारी जनसैलाब और जोश से यह साफ झलका कि झंडूता क्षेत्र में संगठन की पकड़ लगातार मजबूत हो रही है। कार्यक्रम का समापन उत्साह और ऊर्जा से भरे वातावरण में हुआ।