नशा मुक्ति जागरूकता शिविर का आयोजन
राकेश चंदेल /बिलासपुर। हिमाचल की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बलग का घाट में नशा मुक्ति जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर मानव सेवा ट्रस्ट के सौजन्य से आयोजित हुआ। इस शिविर में भारतीय संविधान, रोड़ सेफ्टी तथा युवा पीढ़ी पर हावी होते नशे के बारे में जागरूक किया गया है। मानव सेवा ट्रस्ट के संस्थापक एवं अधिवक्ता प्रकाश चंद बंसल ने बताया कि नशा मुक्त भारत अभियान के तहत जागरूकता शिविर लगाने का मुख्य उद्देश्य बच्चों को नशे विशेषकर चिट्टे के नशे से दूर रखना है।
उन्होंने कहा कि बच्चे आज चिट्टा नामक नशे से अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं। इस नशे के कारण युवा न सिर्फ अपनी जान गंवा रहे हैं, बल्कि समाज में भी इसके दुष्परिणाम आ रहे है। नशे में संलिप्त युवाओं के कारण एड्स रोग, हेपेटाइटिस-सी जैसे रोग तेजी से फैल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह नशा इतना घातक है कि इसकी लत लगने के बाद बचने के अवसर बहुत कम होते हैं तथा नशेड़ी की सोचने की क्षमता भी समाप्त हो जाती है। वह समाज में घातक साबित होने लगता है, नशा न मिलने के कारण उसकी प्रवृति अपराधिक हो जाती है।
उन्होंने कहा कि यह एक मनोवैज्ञानिक बीमारी भी है, अगर कोई युवा इस तरह का नशा करता हुआ पाया जाए तो उसको नशा मुक्ति केंद्र भेजे, काउंसलिंग करके उसका जीवन सुधारा जा सकता है। उन्होंने बच्चों और शिक्षकों से भी आग्रह किया कि चिट्टा सप्लायर की किसी भी जानकारी के लिए पुलिस को सूचित करें और उसकी सूचना दी डीडीआरएस ऐप पर भी दी जा सकती है। उसमें सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाता है।
इस शिविर में अधिवक्ता प्रकाश चंद बंसल ने बच्चों को भारतीय संविधान के महत्व के बारे में भी जानकारी दी और कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा संविधान है और विश्व का सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश का संविधान है। भारत देश के विकास के लिए इससे बड़ा अन्य कोई ग्रंथ नहीं है। इसके साथ ही बच्चों को सड़क सुरक्षा को लेकर भी जागरूक किया। प्रिंसिपल और स्कूल स्टाफ ने महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए अधिवक्ता प्रकाश चंद बंसल का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर प्रिंसिपल अनुपम, पंकज, बनिता धीर, श्रीकांत शर्मा, मदन लाल, रामानंद, संतोष कुमार, पूनम धीमान, पंकज गौतम, महेंद्र सिंह, प्रेम लाल शास्त्री, नीलम आदि मौजूद थे।