राजधानी शिमला में एक युवक पर तेंदुए के हमले की खबर से हड़कंप मचा हुआ है। तेंदुए ने इस युवक पर हमला कर उसे लहूलुहान कर दिया है। तेंदुए ने युवक पर हमला फाइव बेंच के पास किया। युवक को IGMC में भर्ती करवाया गया और उसके हाथ और बाजू पर गहरे जख्म हैं। फिलहाल युवक की हालत स्थिर बनी हुई है।
शिमला के निजी होटल में शैफ का काम करने वाले विजय ने बताया कि वह बुधवार रात करीब 11 बजे काम से घर लौट रहा था। उसका घर जाखू एरिया में है। जब वह जाखू को जाने वाले फाइव बेंच के रास्ते पर जा रहा था तभी पीछे से तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया।
तेंदुए ने उसकी पीठ और बाजू पर पंजा मारा जिसकी वजह से वह जमीन पर गिर पड़ा। उसके हाथ में चोट आई और बाजू और पीठ पर तेंदुए के पंजे की वजह से जख्म हो गए हैं।
विजय ने बताया कि तेंदुए के हमले के बाद नीचे गिरते ही उसने शोर मचा दिया। उसके चिल्लाने की आवाजें सुनकर आसपास से कुछ लोग दौड़कर फाइव बैंच की ओर आए। अगर मदद के लिए लोग नहीं पहुंचते तो तेंदुआ उसे मारकर जंगल में ले जाता।
रास्ते में स्ट्रीट लाइट्स न होने के कारण उसे अचानक आता तेंदुआ नजर नहीं आया। लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि यहां लाइट की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए और तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे भी लगाए जाएं।
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि इस इलाके में स्ट्रीट लाइट की दिक्कत है। पिछले करीब एक महीने से जाखू के लोगों ने प्रशासन को इसके बारे में बताया है लेकिन अभी तक लाइट नहीं लग पाई है।
रात की घटना के बाद स्थानीय लोग पूरी दहशत में हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि लाइट को दुरुस्त किया जाए और इस इलाके में जल्द से जल्द पिंजरा लगाया जाए।
बता दें इससे पहले बीते साल भी डाउनडेल में भी तेंदुए ने दीपावली की रात को एक बच्चे को मौत का ग्रास बनाया था, वहीं कनलोग में भी उससे पहले एक 5 वर्ष की बच्ची को तेंदुआ उठा ले गया था।
उसके बाद वन विभाग द्वारा जगह जगह पिंजरे लगाए गए थे और तेंदुए को पकड़ने के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) की टीम आई थी। बड़ी जद्दोजहद के बाद तेंदुआ पकड़ा गया था अब एक बार फिर तेंदुए की दहशत राजधानी में बढ़ गई है।