हिमाचल : आपके मोबाइल पर भी आया ऐसा मैसेज, न घबराएं- जानें वजह
ewn24news choice of himachal 18 Oct,2023 1:26 pm
ट्रायल के रूप में भेजा गया था यह संदेश
शिमला। अगर आप हिमाचल में रहते हैं तो आपके मोबाइल पर आज एक मैसेज आया होगा। यह मैसेज थोड़े अंतराल में हिंदी और अंग्रेजी में भेजा गया है। तेज बीप और वाइब्रेशन से आप डर गए होंगे। पर डरने की जरूरत नहीं है। इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। यह ट्रायल के रूप में भेजा गया मैसेज था।
अगर यह ट्रायल सफल रहता है तो भविष्य में भूकंप, बाढ़, भारी बारिश की चेतावनी की स्थिति में लोगों को अलर्ट करने के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। यह मैसेज भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया सैंपल मैसेज था।
बता दें कि भारत सरकार राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के सहयोग से दूरसंचार विभाग ने इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम तैयार किया है। इसे टेस्ट किया जा रहा है। इसका ट्रायल अलग-अलग राज्यों में किया जा रहा है।
6 अक्टूबर को बिहार, 10 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश, 12 अक्टूबर को कर्नाटक, 16 अक्टूबर को गुजरात और 18 अक्टूबर को हिमाचल में इसका ट्रायल किया गया है।
मैसेज में भी साफ लिखा है कि यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया एक नमूना परीक्षण संदेश हैं। कृपया इस संदेश पर ध्यान न दें, क्योंकि इस पर आपकी ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है।
यह संदेश राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कार्यान्वित किए जा रहे अखिल भारतीय आपात अलर्ट सिस्टम को जांचने के हेतु भेजा गया है। इस सिस्टम का उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाना और आपात स्थिति के दौरान समय पर अलर्ट प्रदान करना है।
केंद्र सरकार भूकंप, भारी बारिश, सुनामी, बाढ़ जैसी आपदाओं की तैयारी के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम विकसित करने में जुटी है, ताकि लोगों को आपात स्थिति में अलर्ट किया जा सका और जानें बचाई जा सकें।
सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम एक अत्याधुनिक तकनीक है। इसके माध्यम से यह बाढ़, भूकंप, भारी बारिश, सुनामी व बाढ़ जैसी आपातकालीन स्थिति में ज्यादा से ज्यादा जानकारी लोगों तक पहुंचाने का काम किया जाता है। इससे समय रहते सुरक्षा के कदम उठाने में सुविधा मिलती है। इसी सिस्टम का ट्रायल वर्तमान में किया जा रहा है।