ऋषि महाजन/जवाली। कृषि व पशुपालन मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना प्रदेश सरकार का लक्ष्य है।
90 प्रतिशत हिमाचल ग्रामीण क्षेत्र में बसता है और गांव को आत्मनिर्भर बना कर ही प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। यह बात उन्होंने सोमवार को जवाली रेस्ट हाउस में लोगों की समस्याओं को सुनने के उपरांत अपने संबोधन में कही।
उन्होंने कहा कि किसानों व पशुपालकों की आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि किसान व पशुपालकों के हाथ में पैसा पहुंचे इसलिए भैंस व गाय के दूध के खरीद मूल्य में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है। इसके अलावा प्राकृतिक खेती से तैयार मक्की व गेहूं को भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है।
चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने दो साल के कार्यालय में अपनी पांच चुनावी गारंटियां पूरी की हैं। उन्होंने कहा कि 11 दिसंबर को सरकार को बने दो साल पूरे होंगे और इस अवसर पर पशुपालकों से गोबर खाद खरीद की शुरुआत कर छठी गारंटी पूरी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पशुपालकों से 3 रुपये प्रति किलो के हिसाब से गोबर खाद खरीदी जाएगी, जिससे उनकी आर्थिकी मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि ऊपरी पहाड़ी क्षेत्रों में बागवानी व सब्जी उत्पादन में जैविक खाद की अधिक मांग रहती है, इसलिए प्रदेश सरकार इन क्षेत्रों में 12 रुपये प्रति किलो तक के मूल्य पर इस खाद को बेचेगी, जिससे सरकार को भी राजस्व आएगा ।
चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अथक प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने युवा,किसान,महिलाओं, गरीब व वंचित वर्गों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं चलाई हैं।
इस अवसर पर कांग्रेस प्रवक्ता संसार सिंह संसारी, नगर पंचायत अध्यक्ष राजेंद्र राजू, उपाध्यक्ष एवी पठानिया, पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष चैन सिंह गुलेरिया, पूर्व जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष बशीर मोहम्मद, पूर्व जिला ओबीसी संगठन के उपाध्यक्ष अश्विनी चौधरी, आईटीआई आईएमसी के अध्यक्ष मनु शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।