बिलासपुर। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विगत दिनों बिलासपुर में रैली के दौरान जेपी नड्डा टॉयलेट टैक्स को लेकर बात कह रहे थे।
सीएम सुक्खू ने जेपी नड्डा को कहा कि आप अपने सभी भाजपा विधायकों को 24 घंटे के लिए टॉयलेट में रखिए, अगले महीने देखें कि कितना बिल आता है। उन्होंने कहा कि जेपी नड्डा जी आप जैसे नेता के मुंह से ऐसी बातें शोभा नहीं देती हैं।
उन्होंने कहा कि झूठ का सच से कई बार सामना होता है, लेकिन अंत में जीत सत्य की होती है। यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बिलासपुर में सरकार के दो साल पूरा होने पर आयोजित कार्यक्रम में संबोधन के दौरान कही।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सवाल पूछा है कि उन्होंने अपनी सरकार के कार्यकाल में पांच साल में क्या दिया। पुलिस भर्ती पेपर लीक होता रहा और आप आंखें बद कर सोए रहे।
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में नौकरियां बिकती रहीं, युवाओं के साथ धोखा होता रहा और आप सोते रहे। हिमाचल में पीपी किट का घोटाला हुआ। उद्योग विभाग की हजारों मीटर जगह एक रुपए में बेच दी। आपने भ्रष्टाचार के चोर दरवाजों को क्यों नहीं बंद किया।
उन्होंने कहा कि यह कोई जश्न नहीं है, बल्कि कार्यक्रम है। जश्न तो 2027 में होगा जब हिमाचल आत्मनिर्भर बनेगा। इसको लेकर प्रयास तेज हैं। हिमाचल की अर्थव्यवस्था पटरी पर आ रही है। विपक्ष के लोग कहते हैं कि सरकार वेतन और पेंशन नहीं दे पा रही है। जो सरकार एक हजार गाड़ियों के लिए पैसा दे सकती है तो वेतन और पेंशन क्यों नहीं दे सकती है।
सरकार सब कुछ दे सकती है। ऐसा वित्तीय अनुशासन के लिए किया जा रहा है। सरकार ने दो साल में कर्मचारियों को 11 फीसदी डीए दिया है। पुलिस कर्मचारियों की डाइट बनी में बढ़ोतरी की है। सरकार ने पहली ही कैबिनेट में कर्मचारियों को ओपीएस दी।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि पहले आपदा और बाद में राजनीतिक चुनौती से सरकार को दो चार होना पड़ा। सरकार ने इतिहास की सबसे बड़ी आपदा का सामना किया। 22 हजार के करीब घर नष्ट हो गए। बिजली, पानी और सड़क व्यवस्था तहस नहस हो गई।
सरकार ने मंत्रियों और कांग्रेस नेताओं के सहयोग से 48 घंटे में अस्थाई रूप से बिजली, पानी और सड़कों बहाल कर लोगों को राहत प्रदान की। आपदा के वक्त केंद्र सरकार ने बस टीमें ही भेजीं, प्रदेश की मदद नहीं की। हिमाचल सरकार ने अपने बूते 4500 करोड़ रुपए का पैकेज जारी किया।
इसके बाद सरकार के सामने एक राजनीतिक चुनौती आई। कांग्रेस के 6 विधायकों ने राज्यसभा में भाजपा प्रत्याशी को वोट किया। विधानसभा में जयराम ठाकुर ने कहा कि इस सरकार को भगवान नहीं बचा सकता है।
सुबह राज्यपाल के पास चले गए। कोट पेंट का ऑर्डर भी दे दिया। पर देवी-देवताओं और प्रदेश की जनता ने सरकार को बचाया। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की वोट प्रतिशतता 14 फीसदी बढ़ी। विधानसभा उपचुनाव में 6 सीटें जीती, जो तीन हारी वे भी एक हजार-दो हजार के मार्जिन से हारी।
कहीं ऐसा न हो कि भाजपा 28 से 20 रह जाए हम 40 से 48 हो जाएं। जब भाजपा सरकार गिराने की कोशिश कर रही थी तो उनके कुछ विधायक उनके संपर्क में थे। कांग्रेस से 6 गंद चले गए, अच्छा हुआ।