हिमाचल : नीट की मार्क्सशीट में गड़बड़ी कर MBBS में लिया दाखिला, छात्रा पकड़ी
ewn24news choice of himachal 09 Jan,2023 2:44 pm
मेडिकल कॉलेज चंबा में कर रही थी पढ़ाई
चंबा। हिमाचल प्रदेश में नीट परिणाम में गड़बड़ी कर एमबीबीएस में दाखिला पाने का एक और मामला सामने आया है। ये मामला मेडिकल कॉलेज चंबा में सामने आया है। नीट की मार्क्सशीट में टेंपरिंग कर 300 नंबर के 530 बनाकर कांगड़ा के नूरपुर की छात्रा ने मेडिकल कॉलेज चंबा में एमबीबीएस की सीट हासिल कर ली। गड़बड़ी का खुलासा होने पर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने दाखिला रद्द कर पुलिस को शिकायत दे दी है।
गड़बड़ी का खुलासा तब हुआ जब प्रशिक्षुओं का डाटा नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) की साइट पर अपलोड किया गया। छात्रा के नीट के रोल नंबर को अपलोड किया जाने लगा तो उसका मिलान नहीं हुआ। इसके बाद एनएमसी ने मेडिकल कॉलेज चंबा के प्राचार्य को सूचित किया। कॉलेज प्रबंधन ने प्रशिक्षु को बुलाकर उससे भी स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया तो प्रशिक्षु ने नीट के परिणाम में गड़बड़ी कर एमबीबीएस की सीट पर पढ़ाई करने की बात पर कबूल कर ली।
छात्रा ने बताया कि उसने नीट परिणाम में पीडीएफ से छेड़छाड़ कर फर्जी डिग्री तैयार की। इतना ही नहीं, उसने नीट के नंबर बढ़ाकर नेरचौक मेडिकल कॉलेज में आवेदन भी कर दिया। इसके बाद नेरचौक मेडिकल कॉलेज से चंबा मेडिकल कॉलेज में 120 प्रशिक्षुओं का बैच बिठाने की अनुमति प्रदान की गई, जिसमें उसका नंबर भी आ गया। इसके बाद जब एनएमसी ने 120 प्रशिक्षुओं के डाटा का मिलान किया तो 119 का सही पाया गया लेकिन नूरपुर की छात्रा के रोल नंबर का मिलान नहीं हुआ।
मेडिकल कॉलेज चंबा के प्राचार्य डॉ. पंकज गुप्ता ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रशिक्षु छात्रा ने अपनी गलती मान ली है। इसके बारे में आलाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है साथ ही पुलिस चौकी में इस बारे में शिकायत दे दी गई है। मेडिकल कॉलेज चंबा से प्रशिक्षु छात्रा का दाखिला रद्द कर दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। विभाग की तरफ से मामले को लेकर अभी कोई बयान नहीं आया है।
बता दें कि इसी तरह का एक मामला हिमाचल में हाल ही में सामने आया था। बिलासपुर जिला के घुमारवी के रहने वाले छात्र ने फर्जी दस्तावेज से आईजीएमसी शिमला में एमबीबीएस में एडमिशन ले ली थी लेकिन जब दस्तावेज की वेरिफिकेशन हुई तो दस्तावेज नकली पाए गए।
आरोपी छात्र ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा MBBS में प्रवेश के लिए करवाई गई प्रवेश परीक्षा (नीट) के रिजल्ट में ही छेड़छाड़ कर खुद ही फर्जी सर्टिफिकेट तैयार किया। इसी सर्टिफिकेट के आधार पर वह अटल मैडिकल विश्वविद्यालय नेरचौक मंडी में आयोजित काउंसलिंग में शामिल हुआ। झूठे दस्तावेज के आधार पर उसका दाखिला आइजीएमसी शिमला में कंफर्म हो गया। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उसने कॉलेज में एडमिशन ली और नियमित कक्षाएं भी लगाना शुरू कर दीं।
मामला सामने आने के बाद कॉलेज प्रशासन ने इसे कॉलेज से निष्कासित कर दिया है। वहीं, इसके खिलाफ लक्कड़ बाजार चौकी में शिकायत दर्ज करवाई गईं है जिसके आधार पर पुलिस ने छात्र को गिरफ्तार कर आगामी छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस की छानबीन में ये बात भी सामने आई थी कि छात्र के परिवार से अधिकतर डॉक्टर के पेशे में है जिसके चलते परिवार वालों ने छात्र पर डॉक्टर बनने का दबाव बनाया है और इसका नतीजा ये हुआ कि न चाहते हुए भी छात्र ने फर्जी दस्तावेज़ बनाकर MBBS में एडमिशन ली।