शिमला। राज्यसभा चुनाव के दौरान हिमाचल की कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के आरोपों को लेकर शुक्रवार को पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, देवेंद्र भुट्टो और केएल ठाकुर बालूगंज थाने में पेश हुए।
इस दौरान पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि राज्यसभा में अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर बाहरी प्रत्याशी के बजाय भाजपा के प्रत्याशी को वोट दिया जिससे सरकार नहीं गिरती, उल्टा सरकार ने सदस्यता रद्द कर दी।
जहां तक फाइव स्टार होटल और हेलीकॉप्टर में सफर करने की बात है तो मैं साधन संपन्न हूं और आधी जिंदगी फाइव स्टार होटल्स में ही गुजारी है, सरकार चाहे तो इनकम टैक्स विभाग में शिकायत कर ले।
वहीं, राजेंद्र राणा ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री झूठी गारंटियां देकर सत्ता में आए हैं और उनसे सरकार चल नहीं पा रही है।
आर्थिक प्रबंधन में सीएम फेल हो गए हैं। राणा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बार-बार चंडीगढ़ जाते रहते हैं और हिमाचल भवन में रुकने के बजाय फाइव स्टार होटल पर ठहरते हैं।
वह वहां किस से मिलते हैं और उसका खर्चा कौन उठाता है यह अपने आप में बड़ा प्रश्न है। न युवाओं को नौकरियां मिल रही हैं और न ही कर्मचारियों की मांगों को सुक्खू सरकार पूरा कर पा रही है।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू झूठ बोलने में माहिर हैं और देश में सबसे संवेदनहीन सीएम हैं जिसमें उन्हें गोल्ड मेडल दिया जा सकता है। मुख्यमंत्री को किसी से मिलने के लिए समय नहीं है जब भी कोई मिलने आता है तो वे किसी दूसरे कार्य में व्यस्त होने का बहाना लगा देते हैं।