हिमाचल : जल शक्ति विभाग कर्मियों के जज्बे को सलाम, डिप्टी सीएम भी हुए भावुक
ewn24news choice of himachal 16 Jul,2023 7:43 pm
4623 योजनाओं को बहाल करने का लक्ष्य किया हासिल
शिमला। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जल शक्ति विभाग के कर्मचारी जान जोखिम में डालकर जनता को पानी उपलब्ध करवाने में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि दिन-रात उफनती नदियों पर बनी पेयजल योजनाओं को चालू करने के प्रयास हो रहे हैं।
रविवार को 72 घंटों में जल शक्ति विभाग के हजारों कर्मचारियों ने दिन रात मेहनत कर 4623 योजनाओं को चालू करने में कामयाबी हासिल की है। कर्मचारियों के जनूनी एवं फौलादी हौसलों की बदौलत ही हम पेयजल योजनाओं को बहाल कर पाए हैं।
उन्होंने कहा कि वह इस समय विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों द्वारा कठिन परिस्थितियों में पेयजल व सीवरेज की योजनाओं की बहाली के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हैं।
जिस प्रकार से नदी और नालों के बीच जाकर जान जोखिम में डाल कर्मचारी फील्ड में कठिन कार्य कर रहे हैं, उससे भावुक हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल इन कर्मचारियों का ऋणी है।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हुई भारी बारिश से जल शक्ति विभाग को 1411 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह नुकसान काफी बड़ा है, जिससे उबरने में समय लगेगा।
उन्होंने कहा कि यह रिकॉर्ड है कि अभी तक 4623 योजनाएं रिस्टोर कर दी गई हैं, जिनसे लोगों को पानी मिल रहा है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जल प्रलय में योजनाओं को बहाल करना हमारी प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी दिन रात काम कर रहे हैं, उनके भी परिवार हैं। कर्मचारियों ने दिन-रात नहीं देखा, टॉर्च की लाइट में, मोबाइल की लाइट में लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारियों को फील्ड में पूरी तरह शक्तियां दे रखी हैं। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि पेयजल व सीवरेज की योजनाएं जल्द चालू हों, ताकि लोगों को राहत मिले।
आपदा में पेयजल की अधिकतर योजनाओं को नुकसान हुआ है, ऐसे में पेयजल योजनाओं को जल्द बहाल करना अपने आप में चुनौती है, यह काम विभाग के अधिकारी व कर्मचारी छुट्टियां रद्द कर कर रहे हैं। संडे को भी दफ्तर लगे हुए हैं और काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि विभाग की 5203 योजनाएं पेयजल की प्रभावित हुई हैं। 1237 सिंचाई की योजनाएं प्रभावित हुई हैं। साथ ही 55 सीवरेज की योजनाएं प्रभावित हुई हैं। 101 बाढ़ नियंत्रण के कार्यों को नुकसान हुआ है।