मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किया जारी
शिमला। हिमाचल सरकार ने आपदा राहत कोष 2023 लॉन्च किया है। इसके तहत आपदा पीड़ित लोगों की मदद के लिए लोग क्यूआर कोड (QR Code) स्कैन करने सहित क्रेडिट/डेबिट कार्ड/बैंकिंग/यूपीआई आदि किसी भी माध्यम से दान कर सकेंगे। इस फंड में किए गए सभी दान आयकर अधिनियम की धारा 80जी के तहत 100 फीसदी कटौती योग्य हैं।
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मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में आपदा राहत कोष 2023 को लॉन्च किया। इस अवसर पर क्यूआर कोड स्कैनर भी जारी किया है। इसके लिए दो बैंकों राज्य सहकारी बैंक और एचडीएफसी बैंक को चिन्हित किया गया है। मुख्यमंत्री ने हिमाचल के लोगों से बढ़-चढ़कर आपदा राहत कोष में सहयोग करने की अपील की है।
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राज्य आपदा राहत कोष में विदेशी लोग भी दान कर सकेंगे। इसके लिए दो-तीन दिन में अलग से ऑनलाइन बैंकिंग शुरू की जाएगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि विदेशों से दान के लिए केंद्र सरकार से मंजूरी लेनी पड़ती है। इसके लिए उन्होंने केंद्र से बात की है। विदेशों में उनके कई साथी हैं, जोकि आपदा पीड़ितों की मदद करना चाहते हैं। दो तीन दिन में विदेशों से दान के लिए भी ऑनलाइन बैंकिंग को शुरू कर दिया जाएगा।
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वहीं, प्रदेश के राहत मैनुअल में भी बदलाव होगा। इसको लेकर अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू रविवार शाम करीब 6 बजे बैठक करेंगे। बैठक के बाद नए राहत मैनुअल की अधिसूचना जारी होगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हम राहत मैनुअल में बदलाव करने जा रहे हैं। मौजूदा राहत मैनुअल के तहत आपदा के आंशिक रूप के पीड़ितों को 10 हजार और मकान आदि गिरने पर एक लाख 45 हजार राहत राशि का प्रावधान है। हालांकि, इस आपदा में पीड़ित लोगों को फौरी राहत के तौर पर एक लाख देने की उन्होंने घोषणा की है।
बता दें कि हिमाचल में पचास साल बाद ऐसी प्राकृतिक आपदा आई है। इस आपदा में 70 हजार के अधिक लोग हिमाचल में फंस गए थे। साथ ही प्रदेश को करीब 8 हजार करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।
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