कांगड़ा : ब्यास ने डराया, 55 लोगों को आधी रात को होना पड़ा बेघर
ewn24news choice of himachal 18 Jul,2023 7:13 pm
इंदौरा। कांगड़ा जिला में ब्यास नदी लोगों का डरा रही है। नदी का जलस्तर निरंतर बढ़ रहा है। डर के साये में रह रहे 55 लोगों को आधी रात को बेघर होना पड़ा और अपने रिश्तेदारों व आंगनवाड़ी केंद्र आदि में शरण लेनी पड़ी। मामला इंदौरा उपमंडल के घंडारा तथा म्यानी क्षेत्र का है ...
यहां फंसे करीब 55 लोगों को रात को रेस्क्यू किया गया। इंदौरा उपमंडल के घंडारा तथा म्यानी में ब्यास नदी में फंसे लोगों को रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सुरक्षित निकाला गया।
ये रेस्क्यू आपरेशन करीब नौ घंटे तक चला। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू होने से अंत तक विधायक मलेंद्र राजन, एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर तथा डीएसपी विशाल वर्मा वहीं डटे रहे।
उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष डा निपुण जिंदल ने बताया कि सोमवार रात नौ बजे के करीब ब्यास नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण घंडारा तथा म्यानी में 55 के करीब लोगों के फंसे होने की सूचना जिला कंट्रोल रूम में प्राप्त हुई।
इस दौरान एसडीएम, डीएसपी की देखरेख में स्थानीय स्तर पर रेस्क्यू आपरेशन आरंभ किया गया तथा एनडीआरएफ को भी सूचित कर दिया गया। एनडीआरएफ द्वारा रात्रि करीब साढ़े दस बजे रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया गया तथा यह रेस्क्यू ऑपरेशन सुबह पांच बजे तक चला जिसमें सभी लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश के चलते नदियां, नालें और खड्डें उफान पर हैं। उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निुपण जिंदल ने बताया कि पंडोह डैम से पानी छोड़े जाने के कारण पौंग जलाशय के जल स्तर में भी बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने पौंग के बहाव क्षेत्र (डाउनस्ट्रीम एरिया) के साथ लगती पंचायतों के लोगों से अपील की है कि वे दरिया के नजदीक न जाएं। किसी भी आपदा स्थिति में लोग स्थानीय पंचायत प्रधान, सचिव, पटवारी को तुरंत सूचित करें या जिला आपदा प्रबंधन उपायुक्त कांगड़ा के नंबर 1077 तथा मोबाइल नंबर 7650991077 पर संपर्क करें।
डीसी निपुण जिंदल ने कहा राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं भारी बारिश से किसी भी स्तर पर जान माल का नुकसान होने पर फौरी राहत प्रभावित व्यक्तियों को तुरंत प्रभाव से मुहैया करवाएं तथा तथा पुनर्वास के लिए भी कारगर कदम उठाएं ताकि लोगों को किसी भी तरह की असुविधा ना हो।