बद्दी परफ्यूम फैक्ट्री मामला : प्रारंभिक जांच में बड़े खुलासे, बड़ी लापरवाही आई सामने
ewn24news choice of himachal 04 Feb,2024 10:28 pm
स्टोर में जरूरत से ज्यादा था केमिकल, आग बुझाने के संसाधन कम
बद्दी। हिमाचल के बद्दी में झाड़माजरी स्थित परफ्यूम बनाने वाली कंपनी में आग लगने के मामले की प्रारंभिक जांच में बड़ी लापरवाही सामने आई है। पहली यह कि फैक्ट्री में कोई आपातकालीन निकासी का कोई प्रबंध नहीं था। स्टोर में जरूरत से अधिक केमिकल रखा था, लेकिन आग बुझाने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं थे।
बता दें कि घटना में पांच कामगारों की मौत हुई है और चार युवतियां लापता हैं। 29 घायल कामगारों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में किया जा रहा है। फैक्ट्री में अधिकतर महिलाएं थीं। इन्हें पैकिंग के काम में लगाया हुआ था।
दो फरवरी को जब फैक्ट्री में पीछे रखे रॉ मैटीरियल में केमिकल के ड्रमों में आग लगी तो कामगार महिलाएं डर गईं और भगदड़ मच गई। चार मंजिला भवन की पहली दो मंजिलों में मौजूद कामगार जैसे तैसे निकल गए, लेकिन ऊपरी मंजिलों में कामगार निकल नहीं पाए।
क्योंकि फैक्ट्री में आपातकालीन की स्थिति में निकलने को कोई रास्ता नहीं था। ऐसे में 30 के करीब कामगारों को छत से कूदना पड़ा। इससे एक महिला की मौत हो गई और 29 घायल हुए। ज्यादातर को फ्रैक्चर आए हैं। चार युवतियां छत से कूदने की हिम्मत न कर सकीं और धुएं से दम घुटने से दम तोड़ गईं।
अगर फैक्ट्री में इमरजेंसी डोर होता तो 30 कामगारों को छत से न कूदना पड़ता और एक महिला की जान न जाती व अन्य की हड्डियां न टूटतीं। वहीं, चार युवतियों की दम घुटने से मौत न होती।
वहीं, स्टोर में ज्यादा केमिकल होने के चलते देखते ही देखते आग बेकाबू हो गई और फैक्ट्री को चपेट में ले लिया। इस पर भी हैरानी वाली बात यह है कि स्टोर में लगी आग को बुझाने के लिए फैक्ट्री में संसाधन भी कम थे।
वहीं, फैक्ट्री में अधिकतर महिलाएं थीं और आग लगने के बाद महिलाएं डर गईं और इधर-उधर भागने लगी। आग बुझाने के लिए प्रारंभिक प्रयास नहीं हो सके।
अगर प्रशिक्षित कामगार होते तो शुरुआत में ही आग पर काबू पाया जा सकता था।लापरवाही के लिए फैक्ट्री संचालक और प्लांट हेड जिम्मेदार बताए जा रहे हैं। बरोटीवाला पुलिस थाना में फैक्ट्री संचालक और प्लांट हेड के खिलाफ मामला दर्ज किया है। प्लांट हेड को गिरफ्तार किया है। प्लांट हेड को कोर्ट से चार दिन का पुलिस रिमांड मिला है।