हिमाचल : फल मंडियों में पहुंचा सेब, आढ़ती और बागवानों के समक्ष बड़ी चुनौती
ewn24news choice of himachal 30 Jun,2023 6:00 pm
बोले-सेब किलो के हिसाब से खरीदना संभव नहीं
शिमला।हिमाचल प्रदेश में फल मंडियों में सेब ने दस्तक दे दी है। सेब की दस्तक के साथ सेब सीजन टाइडमेन सेब के साथ धीमी गति से शुरू हो गया है। शुक्रवार को राजधानी शिमला स्थित ढली फल मंडी में सेब की बोली लगी, जहां हिमाचल सरकार द्वारा की गई नई व्यवस्था के तहत पहली बार सेब किलो के हिसाब से खरीदा गया। फल मंडी में टाइडमेन सेब 40 से 100 रुपए प्रतिकिलो बिका।
वहीं, सेब तो मंडियों में पहुंच चुका है, लेकिन सेब आढ़ती और बागवान नाखुश नजर आए हैं। इसका कारण नई व्यवस्था है। ढली फल मंडी में आढ़ती ज्ञान सिंह ने कहा कि सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार मंडी में इस बार सेब किलो के हिसाब से बिक रहा है और शुक्रवार की बात करें तो आज फल मंडी में टाइडमेन सेब 40 से 100 रुपए प्रतिकिलो बिका, लेकिन इस वर्ष सेब को किलो के हिसाब से खरीदना संभव नहीं है।
आढ़ती का कहना है कि बागवान बिना बजन किए सेब मंडी ला रहे हैं, लेकिन नई व्यवस्था के तहत आढ़ती 24 किलो से ज्यादा सेब नहीं खरीद सकता है। उनका कहना है कि बिना यूनिवर्सल कार्टन के सेब को किलो के हिसाब से खरीदना संभव नहीं है। उन्होंने सरकार से भी मांग की है कि सरकार बागवानों पर भी दबाव डाले कि वे सेब को 24 किलो के हिसाब से पेटी में भरकर लाएं।
वहीं, सेब लेकर मंडी पहुंचे बागवान का कहना भी है कि बिना यूनिवर्सल कार्टन सेब को किलो के हिसाब से खरीदने में बागवानों को नुकसान हो रहा है। पेटियों में सेब 28 से 32 किलो तक आ रहा है, लेकिन आढती 24 किलो के हिसाब से खरीद रहा है, जिससे बागवानों काफी नुकसान हो रहा है। सरकार या तो यूनिवर्सल कार्टन लागू करे नहीं तो सेब पेटियों के हिसाब से पुरानी व्यवस्था के तहत बिकना चाहिए, ताकि बागवानों को नुकसान ना हो।