हरिपुर। आखिरकार बंगोली और भटोली फकोरियां के युवाओं की मेहनत रंग लाई और एक बैल को कष्ट से मुक्ति मिल गई। हर जगह से निराशा ही हाथ लगने के बावजूद युवाओं ने बैल को कष्ट मुक्त करवाने के प्रयास जारी रखे। युवाओं के इन प्रयासों को उस वक्त कामयाबी मिली जब पीपल फार्म धर्मशाला की टीम ने भटोली फकोरियां में पहुंचकर बैल को मुक्ति दिलवाई।
बता दें कि देहरा विधानसभा क्षेत्र के तहत पड़ती हरिपुर तहसील के भटोली फकोरियां क्षेत्र में डैम के साथ नर्सरी में एक बैल नर्क जैसी जिंदगी जी रहा था। बैल फसल को बर्बाद न करें इसके लिए कुछ स्वार्थी लोगों ने, उसे इस तरह बांधा था कि न तो वह ठीक से चल सकता था और न ही ठीक से कुछ खा पी सकता था।
बैल के गले में मोटी रस्सी डालकर एक पांव से बांधा गया था। बैल काफी कष्ट भरी जिंदगी जी रहा था। बंगोली गांव के युवक अर्जुन कौशल, अजय कुमार और साहिल कुमार को बैल की इस दुर्दशा पर तरस आ गया। युवाओं ने खुद अपने स्तर पर भी बैल को मुक्त करवाने की कोशिश की, लेकिन पीड़ा सह रहा बैल हिंसक हो गया था। युवा इस कोशिश में सफल नहीं हो सके। इसके बाद युवाओं ने पुलिस तक से भी मदद मांगी, लेकिन निराशा ही हाथ लगी।
फिर भी युवाओं ने कोशिश जारी रखी और पीपल फार्म से संपर्क किया। आज यानी 21 जून को पीपल फार्म से साहिल, सुरेश और रितिक भटोली फकोरियां पहुंचे।
उन्होंने बंगोली निवासी अर्जुन कौशल, अजय कुमार, सचिन कुमार, भटोली फकोरियां निवासी कार्तिक शर्मा और दिवेश आदि की मदद से बैल के गले और पैर में बंधी रस्सी को काटा और उसे कष्ट से मुक्त करवाया।
ewn24 News Choice Of Himachal पीपल फार्म और बंगोली और भटोली गांव के इन युवाओं की इस नेक कार्य के लिए प्रशंसा करता है।