हरिपुर। हिमाचल के निराश्रित बच्चे अब ‘चिल्ड्रेन ऑफ स्टेट’ हैं और उनकी शिक्षा व देखभाल प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी होने के नाते सरकार की प्राथमिकता है। देश में अनाथ बच्चों की देखभाल और सहायता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कानून बनाने वाला हिमाचल प्रदेश पहला राज्य है।
देहरा विधानसभा क्षेत्र के हरिपुर में बीबीएम पब्लिक स्कूल इंदिरा कॉलोनी के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए विधायक कमलेश ठाकुर ने यह उद्गार प्रकट किए। उन्होंने कहा कि यह बच्चे कल को नेता, डॉक्टर, इंजीनियर, साइंटिस्ट, आदि बनेंगे और प्रदेश देश का नाम रोशन करेंगे।
उन्होंने कहा कि बच्चों को सही रास्ता दिखाने का काम माता-पिता के साथ-साथ अध्यापक भी करते हैं। अध्यापकों और माता पिता का कर्तव्य है कि वह बच्चों को सोशल मीडिया के प्रभावों और दुष्प्रभावों के बारे में बताएं और उन्हें अच्छी दिशा दिखाएं।
विधायक ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देख कर लग रहा है कि बच्चों की नींव अच्छी रखी जा रही है। विधायक ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए स्कूल को 11 हजार रुपए देने की घोषणा की।
विद्यालय के संस्थापक हरि ओम शर्मा द्वारा विद्यालय के बारे ने विस्तृत जानकारी दी गई। मुख्यातिथि ने मेधावी छात्रों को सम्मानित किया। छात्रों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
मुख्यातिथि विधायक कमलेश ठाकुर को एसएमसी प्रधान राजिंद्र मोहन शर्मा ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।