मंडी। बेरोजगार युवा महासंघ ने मंडी जिला में सोमवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया।
हिमाचल युवा बेरोजगार महासंघ के जिला संयोजक विशाल कहा कि महासंघ प्रदेश सरकार से मांग करता है कि गेस्ट टीचर पॉलिसी और आउटसोर्स भर्ती को बंद किया जाए और हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग को सुचारू रूप से चलाया जाए।
वहीं, जब तक ऑनलाइन पेपर नहीं लिए जाते तब तक ऑफलाइन पेपर लिए जाए जो फार्म 2022 में भरे गए हैं उनकी परीक्षाएं करवाई जाए। उन्होंने कहा कि पेपर लीक मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए और सरकारी विभागों में रिक्त पद को जल्द से जल्द भरा जाए और जो प्रदेश सरकार ने पांच लाख सरकारी नौकरिया देने का वादा किया था उसे जल्द पूरा करें।
उन्होंने कहा कि महासंघ सरकार को यह याद करवाना चाहता है कि विधानसभा चुनाव 2022 की घोषणा पत्र में 5 लाख रोजगार का वादा किया था उसे अभी तक पूरा नहीं किया गया है और 58 वर्ष की आयु तक पक्की नौकरियों के वादे को पूरा नहीं किया गया बल्कि खराब और नई नीतियों को प्रदेश में लाया जा रहा है प्रदेश सरकार की यह नई नीतियां बेरोजगारी को और अधिक बढ़ावा दे रही हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश का युवा पिछले 2 वर्षों से भर्तियां न होने के कारण बहुत ज्यादा निराश हो चुका है। अभी तक हिमाचल प्रदेश में 9 लाख से अधिक युवा बेरोजगार है। प्रायोडिक लेबर सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार हिमाचल प्रदेश देश भर में बेरोजगारी की दर से अन्य राज्यों में शीर्ष स्थान पर है जिसमें सबसे अधिक बेरोजगार शिक्षित वर्ग के हैं।
हिमाचल युवा बेरोजगार महासंघ सरकार को यह चेतावनी देता है कि प्रदेश में विभिन्न विभागों में जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए। रिक्त स्थानों की पूर्ति की जाए। अगर प्रदेश सरकार इन मागों को पूरा नहीं करती है तो उसके बाद महासंघ प्रदेश स्तर पर आंदोलन करेगी और साथ में कांग्रेस के विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री का भी घेराव करेगी।
अगर फिर भी हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो उसके बाद जो आंदोलन प्रदेश में होंगे, उसका खामियाजा भी प्रदेश सरकार को भुगतना पड़ेगा।