तरनदीप सिंह/मंडी। हिमाचल के मंडी में सायर पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। सायर त्योहार पर लोगों द्वारा विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।
इस सायर पूजा में अखरोट, धान, मक्की, खट्टा आदि विशेष तौर पर प्रयोग में लाए जाते हैं। सायर उत्सव में अखरोट का विशेष महत्व रहता है। अखरोट के साथ खेलने के अलावा इसकी पूजा भी की जाती है।
सायर के लिए मंडी के सेरी मंच पर अखरोट की मंडी सज गई है। इसमें हर प्रकार के अखरोट के अलावा अन्य ड्राई फ्रूट भी बिक रहा है। बाजार में अखरोट के दाम 300 से लेकर 600 रुपये सैकड़ा है।
इस बार कम अखरोट कम आने के चलते महंगा बिकने की संभावना है। स्थानीय विक्रेताओं ने बताया कि सायर का त्योहार मंडी जिला में हर वर्ष बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि बुजुर्गों के अनुसार जब बरसात का मौसम समाप्त हो जाता है। फसलों और मनुष्य को किसी तरह की जान-माल का नुकसान नहीं होता है तो सायर त्योहार को मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि सायर के दिन लोग एक दूसरे को अखरोट देते हैं और बच्चे मिलकर अखरोट का खेल खेलते हैं। डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने सायर उत्सव के उपलक्ष्य पर 16 सितंबर को मंडी जिला में स्थानीय अवकाश घोषित किया है।
बुजुर्गों की कहावत है कि जब बरसात का मौसम समाप्त हो जाता है। फसलों और मनुष्य को किसी तरह की जान-माल का नुकसान नहीं होता है तो सायर पर्व को मनाया जाता है।
सायर के दिन लोग एक दूसरे को अखरोट देते हैं और बच्चे मिलकर अखरोट का खेल खेलते हैं।
डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने सायर उत्सव के उपलक्ष्य पर 16 सितंबर को मंडी जिला में स्थानीय अवकाश घोषित किया है।