शिमला। हिमाचल प्रदेश में फिलहाल शुष्क ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मैदानी क्षेत्रों में एक सप्ताह तक मौसम के साफ बने रहने की संभावना है तो ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 29 नवंबर यानी आज रात से बर्फबारी की संभावना है।
मानसून के बाद हिमाचल में न के बराबर बारिश हुई है। नवंबर माह में सामान्य से 99 फ़ीसदी कम बारिश कम दर्ज की गई है। इससे पहले 2016 में भी नवंबर माह में ड्राई स्पेल का इस तरह का दौर देखने को मिला था। बारिश न होने से प्रदेश में कड़ाके की सूखी ठंड पड़ रही हैं। कई स्थान पर पारा जमा बिंदु से नीचे लुढ़क गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के वैज्ञानिक शोभित कटियार ने बताया कि आज रात से हिमाचल प्रदेश के कुछ एक जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्र है जहां बर्फबारी की संभावना है जिनमें लाहौल स्पीति, चंबा, कांगड़ा के पर्वतीय श्रृंखलाएं शामिल हैं।
इन ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी का दौर 3 दिसंबर तक जारी रह सकता है। हिमाचल प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में मौसम अगले एक सप्ताह तक ड्राई रहने वाला है। नवंबर महीने में पूरे हिमाचल प्रदेश में अभी तक 0.2 मिलीमीटर बारिश हुई है।
सामान्य तौर पर 19.7 मिलीमीटर बारिश नवंबर माह में होती है जो की 99% कम है। इससे पहले 2016 में कोई भी बारिश देखने को नहीं मिली थी। नवंबर के महीने में हिमाचल प्रदेश में 2016, 2011 में भी नवंबर माह सूखा रहा था।
हिमाचल प्रदेश में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। लाहौल स्पीति के ताबो का न्यूनतम तापमान माइनस 11.1 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। केलांग का तापमान 3 डिग्री, समदो 3.4 और कुकुम सेरी 5.8 डिग्री तक लुढ़क गया है।
वहीं, शिमला का न्यूनतम तापमान 7.4, सुंदरनगर का 4.5, भुंतर का 2.7 कल्पा का 0.8, धर्मशाला 8.5, केलांग -3.0, मनाली का 2.4, कांगड़ा का 6.4, बिलासपुर 6.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। पहाड़ों पर अगर बर्फबारी होती है तो आगामी दिनों में तापमान में और ज्यादा कमी दर्ज की जा सकती है।