केलांग। हिमाचल लाहौल स्पीति की कड़ाके की ठंड और खड्ड में बहता बर्फीला पानी। सोच कर ही कंपकंपी छूट जा रही है।
पर ऐसी अत्यंत विपरीत परिस्थितियों में जल शक्ति विभाग के कर्मचारियों ने जो कर दिखाया, उससे उनके हौसले को सलाम बनता है।
कर्मचारियों ने जीवन की परवाह किए बिना, खड्ड में बहते ठंडे पानी में उतरकर लाहौल के हिंसा गांव की पेयजल आपूर्ति को बहाल किया।
यह वीडियो डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है। उन्होंने कर्मचारियों के हौसले को सराहा है।
उन्होंने लिखा कि जल शक्ति विभाग के कर्मचारियों ने अत्यंत विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए बर्फीले पानी में उतरकर, अपने जीवन की परवाह किए बिना, लाहौल के हिंसा गांव की पेयजल आपूर्ति को पुनः बहाल कर दिखाया।
आप सभी की कर्मठता, साहस एवं समर्पण न केवल सराहनीय है, बल्कि अन्य कर्मचारियों के लिए प्रेरणादायी भी है।
आपकी इस अदम्य सेवा भावना ने प्रमाणित किया है कि कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी मानवता की सेवा सर्वोपरि है।
बता दें कि क्षेत्र में बर्फबारी और ज्यादा ठंड से पाइप लाइन जमने आदि से पेयजल आपूर्ति बाधित हो जाती है।
ऐसे ही हिंसा गांव में भी पेयजल आपूर्ति बाधित थी। पर जल शक्ति विभाग के कर्मचारियों ने ठंड और जान की परवाह किए बिना माइनस डिग्री तापमान में खड्ड के बर्फीले पानी में उतरकर आपूर्ति को बहाल किया।
जल शक्ति विभाग की मानें तो बर्फबारी के बाद पेयजल आपूर्ति बहाल करने का कार्य किसी चुनौती से कम नहीं है।
पानी के बिना लोगों की जिंदगी मुश्किल है। ऐसे में पेयजल आपूर्ति हमेशा ही प्राथमिकता रही है, लेकिन मौसम चुनौतियों को कम करने की जगह बढ़ाता है। फिर भी प्रयास लोगों को राहत देने का रहता है।