ऋषि महाजन/नूरपुर। बैडमिंटन खेलने का ऐसा जुनून की नौकरी की भी परवाह नहीं की। साथ ही पैसों की कमी भी हौसला नहीं तोड़ पाई। हम बात कर रहे हैं कांगड़ा जिला के नूरपुर के वार्ड तीन के सुनील कुमार उर्फ टाटा की। अब सुनील कुमार चाय बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। साथ ही अपनी जुनून को भी कायम रखें हैं।
बैडमिंटन खेलने के प्रति उनका क्रेज 55 साल की उम्र में भी कम नहीं हुआ है। सुनील कुमार उर्फ टाटा एक बार फिर नेशनल खेलेंगे। वह 19 मार्च, 2025 को गोवा में होने वाली राष्ट्रीय स्तरीय बैडमिंटन प्रतियोगिता के 55 आयु वर्ग में खेलेंगे।
यह प्रतियोगिता बैडमिंटन एसोसिएशन के सौजन्य से करवाई जाएगी। 24 फरवरी को नाहन में आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में दूसरा स्थान हासिल किया था। इसके बाद इनका चयन नेशनल लेवल के लिए हुआ है। इससे पहले सुनील कुमार उर्फ टाटा 2019 में राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता में खेल चुके हैं।
सुनील कुमार उर्फ टाटा नूरपुर अस्पताल में आरकेएस के तहत एक्स-रे विभाग में सेवाएं देते थे। उन्होंने 2019 की प्रतियोगिता में खेलने के लिए छुट्टी ली थी, पर मंजूर नहीं हुई। इसके बावजूद उनका बैडमिंटन खेलने का इरादा नहीं डगमगाया। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने नोटिस देकर उन्हें बाहर निकाल दिया।
इससे उनके बैडमिंटन के जुनून का पता चलता है। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के बावजूद भी उन्होंने खेल जारी रखा है। सुनील कुमार उर्फ टाटा अभी बीडीओ ऑफिस के बाहर चाय की दुकान करते हैं। सुनील कुमार उर्फ टाटा रोजाना दो घंटे नूरपुर में स्थित बैडमिंटन हॉल में बैडमिंटन का अभ्यास करते हैं। सुनील कुमार उर्फ टाटा युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। बैडमिंटन के लिए उन्होंने किसी प्रकार की कोचिंग नहीं ली है।
सुनील कुमार ने कहा कि खेलने के लिए पैसे की कमी आ जाती है। इसके लिए उन्हें दोस्तों की मदद लेनी पड़ती है। हिमाचल प्रदेश बैडमिंटन एसोसिएशन की तरफ से इन्हें कोई आर्थिक सहायता नहीं दी जाती है। जिला बैडमिंटन एसोसिएशन ने मात्र एक ट्रैक सूट दिया, जबकि स्टेट बैडमिंटन एसोसिएशन की तरफ से कोई कुछ नहीं मिलता है।
उन्होंने सरकार से निवेदन किया है उन्हें नेशनल खेलने के लिए आर्थिक सहायता दी जाए हिमाचल बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव रमेश ठाकुर ने कहा कि उन्हें मालूम ही नहीं की प्रदेश से कौन नेशनल लेवल पर खेलने जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस बारे जिला बैडमिंटन एसोसिएशन को मालूम होगा।