ऋषि महाजन/नूरपुर। कांगड़ा जिला के कस्बा जसूर के व्यापारियों की समस्याओं का हल अभी होते नहीं दिख रहा है। बारिश हो या धूप परेशानी ज्यों की त्यों है। बारिश हो तो गड्ढों में भरा पानी वाहनों के टायरों आदि से लोगों पर गिरता है और धूप हो तो धूल उड़कर लोगों को परेशानी करती है।
आलम यह है कि लोग भी जसूर बाजार में खरीदारी करने से कतराने लगे हैं, जोकि व्यापारियों के लिए शुभ संकेत नहीं है। व्यापारियों की यह परेशानी जसूर फ्लाईओवर और नेशनल हाईवे परियोजना ने बढ़ाई है।
भारतीय स्टेट बैंक के समीप पिछले कई महीनों से भारी-भरकम मशीनें और ट्रक खड़े हैं, जिससे आवाजाही प्रभावित हो रही है। वहीं रेलवे क्रॉसिंग से जुड़ा रास्ता बंद होने से लोगों को सड़क पार करने और वाहनों की पार्किंग में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि सड़क की यह स्थिति न केवल कारोबार को प्रभावित कर रही है, बल्कि स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डाल रही है।
व्यापार मंडल जसूर के कार्यकारी अध्यक्ष राजीव महाजन ने विभाग से मांग की है कि यदि निर्माण कार्य में देरी हो रही है तो फिलहाल बाजार क्षेत्र में तारकोल बिछाकर धूल-कीचड़ की समस्या से राहत दी जाए।
उनका कहना है कि कारोबार पहले ही मंदी की मार झेल रहा है और ऊपर से फ्लाईओवर परियोजना की सुस्ती व्यापार को और नुकसान पहुंचा रही है।
ग्राहक वीना, सूरज, प्रवीण और प्रेम मेहरा का कहना है कि जसूर बाजार की हालत इतनी बिगड़ चुकी है कि लोग खरीदारी करने से भी परहेज करने लगे हैं। सड़क पर उड़ती धूल और फैला कीचड़ न केवल लोगों की सहूलियत छीन रहा है, बल्कि स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पहले जिस कंपनी ने काम शुरू किया था, उसने बीच में ही हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद आईआरबी कंपनी ने काम की जिम्मेदारी ली है। लोगों को उम्मीद है कि कंपनी जल्द ही स्थिति में सुधार लाएगी।
वहीं, आईआरबी कंपनी के चीफ जनरल मैनेजर हरप्रीत सिंह ने कहा कि अब परियोजना की कमान उनके हाथ में है। जल्द ही परिस्थितियों में बदलाव होगा।
उन्होंने आश्वासन दिया कि समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जा रहा है और काम की रफ्तार भी बढ़ाई जा रही है, ताकि लोगों को राहत मिल सके।