रेखा चंदेल/झंडूता। हिमाचल प्रदेश प्रगतिशील लेखक संघ ने अपने संघ की 90वीं वर्षगांठ और जनकवि कामरेड शमशेर सिंह के परिवार के सम्मान में सम्मान समारोह बिलासपुर के दधोल में आयोजित किया।
कार्यक्रम के आरंभ में पहलगाम में जान गंवाने वाले पर्यटकों को श्रद्धांजलि दी गई और दो मिनट का मौन रखा गया।
इसके बाद गायक सुरेश वर्मा ने कामरेड शमशेर सिंह का लोकगीत सुना कर सभी को भाव विभोर कर दिया। हिमाचल प्रदेश प्रगतिशील लेखक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष गंगाराम राजी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इनमें महासचिव अखिल भारतीय प्रगतिशील लेखक संघ डॉक्टर सुखदेव सिंह सिरसा, पूर्व आईएएस अधिकारी व साहित्यकार शक्ति सिंह चंदेल, कामरेड शमशेर सिंह की पत्नी रत्नी देवी, वासुदेव बसु, प्रेमी देवी शास्त्री, अध्यक्ष पंजाब प्रगतिशील लेखक संघ संघ प्रो. सुरजीत सिंह जज, कुलदीप सिंह दीप, समाजसेवी वासुदेव वासू शामिल थे। कामरेड शमशेर सिंह के परिवार के सदस्यों सुरजीत सिंह, बलवंत सिंह, जोरावर सिंह, कमल नैन सिंह और विजय लक्ष्मी को सम्मानित किया गया। साहित्यकार और समीक्षक विजय विशाल, कथाकार मुरारी शर्मा आदि को भी शाल व स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।
कामरेड शमशेर पर गीतों पर आधारित पुस्तक " हिमाचल रिया धारा ते" का लोकार्पण भी किया गया। इस पुस्तक का संपादन उनके बेटे सुरजीत सिंह पटियाल ने किया है।
लोकार्पण के बाद सुप्रसिद्ध साहित्यकार व संपादक राजेन्द्र राजन ने 'कामरेड शमशेर सिंह : कलहूर के क्रान्तिकारी जननायक' पर अपना शोधपरक आलेख व हिमाचल प्रदेश प्रगतिशील लेखक संघ के अध्यक्ष एलआर वर्मा ने "प्रगतिशील लेखक संघ की भूमिका" पर अपने विचार व्यक्त किए।