ऋषि महाजन/नूरपुर। पठानकोट-मंडी फोरलेन पर जसूर बाजार में निर्माणाधीन ओवरब्रिज का कार्य अत्यंत धीमी गति से चल रहा है, जिससे स्थानीय लोगों और व्यापारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
खासकर बारिश के दिनों में पानी दुकानों में घुस जाता है, जिससे व्यापार प्रभावित हो रहा है। व्यापारिक कस्बे जसूर में पिछले तीन वर्ष से बन रहे एलिवेटेड फ्लाईओवर के 32 पिलरों में से कई की पियर कैपिंग का कार्य अब तक अधूरा है।
वहीं, जनकल्याण सभा के अध्यक्ष अकिल बक्शी ने मामले में गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि फोरलेन के कार्य को पिछले अढ़ाई से तीन साल में अमलीजामा पहनाना शुरू किया है। इससे पहले 2017 में भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू हो चुका था।
लोगों को भरोसा दिलाया था कि 2024 तक काम खत्म कर लिया जाएगा। फोरलेन के कार्य के चलते पिछले तीन साल में कितनी जिंदगियां चली गई, व्यापारियों की आजीविका चली गई और कितने घर उजड़ गए, इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है।
अप्रैल 2024 में सभा ने तत्कालीन एसडीएम गुरसिमर सिंह को ज्ञापन भी सौंपा था। इसके बाद कंपनी को दो माह के लिए निकाल दिया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब में ब्लैकलिस्ट कंपनी को हिमाचल में इतने महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट का काम सौंप दिया गया।
पिछले दो साल में फोरलेन निर्माण के चलते 42 हादसे हुए हैं। इसमें 10 से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई और कई लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में फोरलेन निर्माण आदि का काम ऐसी कंपनी को देना चाहिए, जिन्हें तकनीकी ज्ञान हो। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से आग्रह किया है कि वह खुद ग्राउंड पर आकर कार्य का निरीक्षण करें।
बाजार के व्यापारी निर्मिाण कार्य में देरी से बेहद नाराज हैं। व्यापारी रघु, सुल्तान, राजू, दिनेश, बंटी और रवि का कहना है कि पिछले तीन वर्ष से यह कार्य कछुआ चाल से चला हुआ है, कोई सुध लेने वाला नहीं है।
फोरलेन के बड़े अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक किसी कार्य हेतु आवाज उठाई, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। हर बार कोई बहाना बनाकर काम रोक दिया जाता है। व्यापारियों की काम न होने से कमर टूट चुकी है। सभी व्यापारियों ने एक बार फिर एकजुट होकर ओवरब्रिज कार्य में तेजी लाने की मांग सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज से की है।
कांगड़ा-चंबा सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने बताया कि जब वह सांसद बने थे, तब पुल का केवल एक पिलर बना था, जबकि अब आधे से ज्यादा कार्य पूरा हो चुका है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा से भी इस मुद्दे को उठाया है।
डॉ. भारद्वाज ने बताया कि ओवरब्रिज के निर्माण में हाई वोल्टेज बिजली की तारें बड़ी बाधा बनी हुई थीं, जिसके लिए अब समाधान निकाला गया है। नवंबर माह में पावर ग्रिड से शैड डाउन मिल जाएगा, जिससे तारों के नीचे कार्य किया जा सकेगा। इससे पहले सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि दिसंबर 2026 तक फोरलेन का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।