शिमला। सुक्खू सरकार लगातार शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के दावे कर रही है, लेकिन इसके बाद भी हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की परीक्षा में खराब रिजल्ट आ रहे हैं। इसे लेकर अब सरकार ने सख्ती बरतने का फैसला कर लिया है।
हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में 0 से 25 फीसदी रिजल्ट देने वाले शिक्षकों, प्रिंसिपल और हेडमास्टर पर इंक्रीमेंट रोके जाने के साथ ही ट्रांसफर की भी गाज गिरने वाली है।
यही नहीं सरकार ने ऐसे शिक्षकों की एसीआर में एडवर्स एंट्री करने के भी निर्देश जारी किए हैं। यह फैसला शिक्षा निदेशालय में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में लिया गया है। इसको लेकर शिक्षा मंत्री ने विभाग को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि इस बार बोर्ड की परीक्षा में दसवीं कक्षा में 24 हाई स्कूल और 23 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों का परीक्षा परिणाम 0 से 25 फीसदी रहा है। इसमें चंबा के 6 हाई स्कूल और 1 सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कुल्लू में 4 हाई स्कूल व 3 सीनियर सेकेंडरी स्कूल, मंडी में 1 हाई स्कूल व 2 सीनियर सेकेंडरी स्कूल, किन्नौर में 3 हाई स्कूल व 3 सीनियर सेकेंडरी स्कूल, शिमला में 3 हाई स्कूल व 10 सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सोलन में 2 हाई व 2 सीनियर सेकेंडरी स्कूल और सिरमौर में 5 हाई और 2 सीनियर सेकेंडरी स्कूल का रिजल्ट 0 से 25 फीसदी रहा है।
वहीं, 12वीं में चंबा के एक स्कूल, लाहौल- स्पीति में 2, शिमला में 1, सिरमौर में 1 स्कूल का परीक्षा परिणाम 25 फीसदी से कम है। ऐसे में इन पांच सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल सहित 24 हाई व 23 सीनियर सेकेंडरी स्कूल के हेडमास्टर और प्रिंसिपल पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं जिसके लिए अब शिक्षकों की लिस्ट तैयार की जा रही है।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बैठक के दौरान शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए जिला उपनिदेशकों को महीने में एक प्राथमिक, एक मिडिल स्कूल और एक-एक हाई स्कूल और जीएसएसएस स्कूल का निरीक्षण करने के आदेश जारी किए हैं।
उपनिदेशकों को शिक्षकों से गैर-शिक्षण कार्य न कराए जाने को लेकर भी हिदायत दी गई है, वहीं पांचवी कक्षा में डिटेन किए गए 183 और आठवीं कक्षा में डिटेन किए गए 579 छात्रों पर स्पेशल फोकस करने को कहा गया है। इस बैठक में स्कूलों में होने वाली स्पेशल डे की सेलिब्रेशन को प्रार्थना सभाओं में करवाने को कहा गया है।
इसके लिए पूरा दिन बर्बाद नहीं किया जाएगा साथ ही स्कूलों में अच्छे टीचर की सूची तैयार करने को कहा गया है। बैठक में स्कूलों में शिक्षकों की कमी का मामला भी उठा।
ऐसे में स्कूल प्रिंसिपल, हेडमास्टर को स्कूलों में इस तरह की व्यवस्था करने को कहा गया है, जिसमें यदि गणित का शिक्षक नहीं है तो स्कूल में अन्य शिक्षक जो छात्रों को गणित विषय पढ़ा सकते हैं, उन्हें क्लास लेने के निर्देश दिए जाएं ताकि शिक्षकों की कमी से छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो।