महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद पतरोडू और लिंगड़ू, नियमित करें सेवन
ewn24news choice of himachal 23 Sep,2023 11:17 am
धर्मशाला।महिलाओं को गर्भ धारण करने से 3 महीने पहले ही फोलिक एसिड की खुराक लेनी शुरू कर देनी चाहिए और बच्चे के जन्म के बाद भी आयरन व कैल्शियम की खुराक जारी रखनी चाहिए। बच्चे के जन्म से लेकर अगले एक हजार दिन बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं और अगर इस दौरान सभी सावधानियां बरत ली जाएं तो आगे कोई भी मुश्किल नहीं आती है।
पतरोडू व लिंगड़ू जैसे पारंपरिक व्यंजनों के नियमित इस्तेमाल से शरीर में खून की कमी को पूरा किया जा सकता है। यह जानकारी पोषण माह के अंतर्गत जिला कांगड़ा के धर्मशाला के सकोह वृत्त में ‘टेस्ट, टॉक एंड ट्रीट एनिमिया’ तथा ‘पढ़ाई भी और पोषण भी’ विषयों पर एक कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी बबिता गौतम दी।
उन्होंने महिलाओं को सलाह देते हुए कहा कि प्रत्येक महिला को चालीस साल की आयु के उपरांत अपना मेमोग्राफी टेस्ट करवाते रहना चाहिए, जिससे हमें समय रहते स्तन कैंसर व सर्वाइकल कैंसर के बारे में मालूम हो जाता है। उबले हुए पानी का उपयोग करने से टाइफायड और डायरिया जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि अपने खाने पीने में रिफाइंड तेल व चीनी का इस्तेमाल कम करना चाहिए। चीनी की जगह गुड का प्रयोग करना चाहिए और ज्यादा तली या भूनि चीजें नहीं खानी चाहिए। बाल विकास परियोजना अधिकारी रमेश जागवान भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
कैसे बनते हैं पतरोडू
पतरोडू अरबी के पत्तों से बनते हैं। इसके लिए बेसन में अदरक, मिर्च, नमक, मसाले आदि मिलाकर पेस्ट तैयार किया जाता है। कुछ लोग चावल का आटा भी प्रयोग करते हैं। पेस्ट ज्यादा पतला नहीं होना चाहिए। इसके बाद अरबी का पत्ता लेकर उस पर पेस्ट लगाया जाता है। फिर दूसरा पत्ता पहले पत्ते के ऊपर रखकर उस पर भी पेस्ट लगाएं।
पत्ते बड़े हों तो तीन या चार पत्तों का प्रयोग कर सकते हैं। छोड़े पत्ते हों तो पांच से 6 पत्ते ले सकते हैं। सभी पत्तों पर पेस्ट लगाना है और एक को दूसरे के ऊपर रखते जाना है। इसके बाद इसे रोल कर लें। इसके बाद कुकर में डालकर इन्हें उबाला जाता है। उबालने के बाद इनके छोटे-छोटे पीस करके तेल में तलकर खाए जाते हैं।