किन्नौर : निगुलसरी में भारी भूस्खलन से अवरुद्ध NH-5, देश दुनिया से कटा संपर्क
ewn24news choice of himachal 08 Sep,2023 1:46 pm
बागवानों के सेब और किसानों की फसल मंडी तक पहुंचाना मुश्किल
रिकांग पिओ। किन्नौर जिला के निगुलसरी के पास भूस्खलन की घटनाएं फिर बढ़ गए हैं। शुक्रवार को भी निगुलसरी के पास भारी भूस्खलन हुआ है। यहां पर पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और पत्थर गिरने के कारण नेशनल हाईवे का 200 मीटर का हिस्सा पूरी तरह से साफ हो गया है। इसके चलते नेशनल हाईवे पांच (NH-5) अवरुद्ध हो गया है।
भूस्खलन के कारण रिकांग पिओ से रामपुर, शिमला व शिमला से रिकांग पिओ की ओर छोटे व बड़े वाहनों के लिए आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है। सड़क मार्ग के दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं हैं। मार्ग बंद होने के कारण जिला के बागवानों के सेब और किसानों के मटर मंडियों तक पहुंचाना मुश्किल हो गया है। सड़क मार्ग जल्द बहाल नहीं हुआ तो और बागवानों-किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
हालांकि विभाग ने हाईवे को बहाल करने के लिए मशीनरी लगा दी है। मार्ग के बंद होने की सूचना मिलते ही एनएच प्राधिकरण द्वारा मार्ग की बहाली के लिए युद्धस्तर पर कार्य शुरू कर दिया गया है।
डीसी किन्नौर तोरूल एस रवीश ने कहा कि पैदल जाने के लिए लोगों को वाया तरांडा भेजा जा रहा है साथ ही लोगों की सुरक्षा के लिए होमगार्ड के जवान तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि किन्नौर जिले से अधिकांश सेब पिकअप के द्वारा मंडियों में जा रहा है ऐसे में प्राथमिकता यही है कि छोटे वाहनों के लिए जल्द से जल्द मार्ग बहाल हो।
राजस्व, बागवानी एवम जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने भी आज सुबह अवरुद्ध हुए यातायात का निरीक्षण किया। जनजातीय विकास मंत्री ने इस अवसर पर राष्ट्रीय उच्चमार्ग-05 के अधिकारियों व अन्य संबंधित विभाग के अधिकारियों को अवरूद्ध हुई सड़क को खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि शीघ्र अति शीघ्र सड़क बहाली का कार्य पूर्ण किया जाना चाहिए ताकि जिला किन्नौर के लोगों की साल भर की मेहनत उनकी सेब व मटर सहित अन्य फसलों को समय पर मंडी तक पहुचाया जा सके और उन्हें उनकी मेहनत का उचित दाम प्राप्त हो सके।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने स्वयं मौके पर पहुंचकर राष्ट्रीय उच्चमार्ग-05 के अधिकारियों को शीघ्र मशीनें बुलवाकर अवरूद्ध सड़क को खोलने का कार्य आरंभ करवाया। उन्होंने अवरुद्ध मार्ग की स्थिति का ड्रोन के माध्यम से निरीक्षण किया और लोगों की सुविधा के लिए ट्रांसशिपमेंट की सुविधा उपलब्ध करवाने को कहा।
उन्होंने विद्युत विभाग को बिजली बहाली और जल शक्ति विभाग को पानी सुचारू करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने जिला किन्नौर के लोगों की सेब व मटर की फसलों को समय पर मंडी तक पहुंचाने के लिए तरांडा निगुलसरी मार्ग में स्पेन को तुरंत प्रभाव से आरंभ करने के निर्देश दिए।
उन्होंने लोगों की सुरक्षा के लिए सोल्डिंग में आवाजाही रोकने को कहा और पैदल यात्रियों के लिए खाने का उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय उच्च मार्ग के अवरुद्ध स्थान पर पैदल यात्रियों के लिए चिकित्सीय सहायता भी उपलब्ध करवाई जा रही है।
उपमंडलाधिकारी निचार बिमला वर्मा, उप पुलिस अधीक्षक नरेश शर्मा, अधिशाषी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग प्रमोद, अधिशाषी अभियंता विद्युत टाशी नेगी, स्वास्थ्य चिकित्सक, जल शक्ति विभाग, वन, एनएचएआई व हिमाचल पथ परिवहन निगम के अधिकारियों सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।