अहमदाबाद में 'महा मुकाबला' , उत्तरकाशी में 'महा मिशन' शुरू- जीतने की दुआएं
ewn24news choice of himachal 19 Nov,2023 1:51 pm
सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकाले के लिए कवायद
उत्तरकाशी। गुजरात के अहमदाबाद में 'महा मुकाबला' होगा तो उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 'महा मिशन' शुरू हुआ है। देश दुआएं कर रहा है कि भारत क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतकर वर्ल्ड चैंपियन बने तो उत्तरकाशी में सुरंग के अंदर फंसे 41 मजदूरों की सकुशल बाहर निकलने की दुआएं भी लोग कर रहे हैं। मजदूरों को निकालने के लिए 8वें दिन महा मिशन शुरू किया गया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग में चल रहे राहत और बचाव कार्य का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे हैं।
यहां बड़ी संख्या में वर्कफोर्स को तैनात किया गया है। सीमा सड़क संगठन (BRO) की ओर से सैकड़ों की संख्या में मजदूर पहाड़ पर भेजे गए हैं। बड़ी और आधुनिक मशीनों से पहले से ही पहाड़ को काट कर रास्ता तैयार किया जा रहा है। वर्टिकल ड्रिलिंग करके सुरंग में उतरने की कोशिश की जाएगी। सुरंग के मुहाने पर सेफ्टी ब्लॉक लगाकर काम कर रहे मजदूरों के लिए इमरजेंसी एस्केप रूट भी बनाया जा रहा है।
शनिवार को एक उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन भी किया गया। इसमें विभिन्न एजेंसी को जिम्मेदारियां सौंपी गईं। बैठक में तकनीकी सलाह के आधार पर पांच बचाव विकल्पों पर विचार किया गया। उसी आधार पर मजदूरों को रेस्क्यू करने का काम शुरू हुआ है।
यमुनोत्री हाईवे पर सिलक्यारा से पोल गांव के लिए सुरंग का निर्माण किया जा रहा है। 12 नवंबर को दिवाली वाले दिन सुरंग में भारी भूस्खलन हुआ था। इसके चलते मुहाने के पास सुरंग बंद होने से 41 मजदूर अंदर फंस गए। पहले जेसीबी से मलबा हटाने की कोशिश की गई। पर सफलता हाथ न लगी। इसके बाद 14 नवंबर को दिल्ली से अमेरिकी ऑगर मशीन मंगवाई गई। इसके बाद दो दिन तक ऑगर मशीन से ड्रिलिंग की गई। पर 22 मीटर ड्रिलिंग के बाद काम बंद करना पड़ा।
इसका कारण है कि 1750 हॉर्स पावर की इस मशीन के चलने से सुरंग में कंपन बढ़ रहा है। ऐसे में मलबा गिरने का खतरा बना हुआ है। रेस्क्यू कार्य में लगे लोगों की सुरक्षा के लिए शुक्रवार रात यहां ह्यूम पाइप बिछाए गए। इस दौरान यहां सुरंग की दीवार पर एक दरार भी दिखाई दी, जिसके चलते एहतियातन यहां फिलहाल ड्रिलिंग का काम रोक दिया गया था।
उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में हिमाचल के मंडी जिला की बल्ह घाटी के सिध्याणी पंचायत के बंगोट गांव का विशाल भी फंसा है। विशाल की मां का रो रो कर बुरा हाल है। हर दिन भारी गुजर रहा है। मां का कहना है कि उसके बच्चे को सुरक्षित घर भेज दो, बाकी उसे कुछ नहीं चाहिए। विशाल का बड़ा भाई योगेश और पिता धर्म सिंह घटनास्थल पर मौजूद हैं। विशाल दिवाली से पहले घर आया था और छुट्टी काट लौटा था।