शनिवार को सेना की गाड़ी लेह में 60 फीट गहरी खाई में गिर गई थी जिसमें 9 जवानों ने दम तोड़ दिया। इस घटना में शिमला जिला का जवान हवलदार विजय कुमार गौतम भी शहीद हुआ।
सेना के काफिले में पांच गाड़ियां शामिल थीं जिसमें 34 जवान सवार थे। शहीद जवान विजय कुमार गौतम पुत्र बाबूराम शर्मा शिमला ग्रामीण की ग्राम पंचायत नेहरा की तहसील सुन्नी के गांव डिमणी का रहने वाला था।
बलिदानी विजय कुमार के घर में उनके माता-पिता, पत्नी व दो बच्चे हैं। विजय का एक बड़ा भाई भी है। विजय का बड़ा बेटा 6 साल का है जबकि छोटा बेटा महज डेढ़ साल का है।
विजय कुमार गौतम के भाई राजकुमार ने कहा कि आज हमारे गांव डिमणी ने एक अनमोल रत्न खो दिया है। बचपन से ही विजय शिक्षा के साथ खेल में भी अव्वल रहता था। उन्होंने 12वीं के बाद सेना में सेवाएं देना आरंभ की और आज देश के लिए शहादत दी है।
उनकी शहादत को हमेशा यह देश याद रखेगा वह अपने पीछे दो छोटे बच्चों, पत्नी व बूढ़े माता-पिता को छोड़ गए हैं। उनकी इस शहादत को पूरा गांव नमन करता है।
नेहरा ग्राम पंचायत की प्रधान मीरा शर्मा ने कहा कि विजय कुमार गौतम 2007 से सेना में सेवाएं दे रहे रहे थे। लद्दाख में दुर्घटना में वह देश के लिए शहीद हो गए और अपने पीछे डेढ़ व 6 वर्ष के बेटे, माता-पिता तथा पत्नी को छोड़ गए। वह एक ऐसा बेटा था जो सभी गांव के युवाओं को सेना में भर्ती होने जे लिए प्रेरित करता था।